वीरांगनाओं से दुर्व्यवहार: अपनों से ही घिरी गहलोत सरकार, पायलट के बाद अब इन विधायकों ने की ये मांग

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Jaipur: जयपुर में पुलवामा शहीदों की वीरांगनाओं को धरने से उठाने के बाद अब गहलोत सरकार घिरती हुई दिखाई दे रही है. पुलिस द्वारा शुक्रवार को की गई कार्रवाई का मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है. अब इस मामले में विपक्ष के बाद कांग्रेसी विधायक भी सीएम गहलोत को घेर रहे हैं. इससे पहले शुक्रवार को टोंक दौरे के दौरान पायलट ने भी गहलोत सरकार पर इस मामले को लेकर सवाल खड़े किए थे. इस मामले में पुलिस और सांसद किरोड़ीलाल के बीच तीखी नोकझोंक भी देखने को मिली. जिसके बाद उन्हें गर्दन में चोट भी आई है. जिसके बाद उन्हें जयपुर के एसएमएस हॉस्पिटल में भर्ती किया गया है.

घटना के बाद बीजेपी और डॉ किरोड़ीलाल मीणा के समर्थक सड़कों पर आ गए. इस मामले को लेकर अब पाटलट के बाद उनके समर्थित विधायक वेदप्रकाश सोलंकी ने भी सांसद किरोड़ीलाल मीणा के साथ शुक्रवार को हुई घटना को लेकर सवाल खड़ा किया है. चाकसु से कांग्रेसी विधायक सोलंकी ने फेसबुक पर लिखा- ‘ शहीदों की वीरांगनाओं के हक के लिए आंदोलन कर रहे डॉ.किरोड़ी लाल मीणा जी के साथ पुलिस प्रशासन ने जो अलोकतांत्रिक ढंग से दुर्व्यव्हार किया है, वो निंदनीय है. एक राज्यसभा सांसद व पांच बार विधायक रहे डॉ किरोड़ी लाल पर इस तरह की ज़्यादती अशोभनीय है. इसके साथ ही मेरी मुख्यमंत्री जी से अपील है की इस कृत्य में जो पुलिसकर्मी शामिल है उन पर उचित कार्रवाई हो व कम से कम एक शहीदों की वीरांगनाओं की बात को सुने’.

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वहीं किरोड़ीलाल मीणा के साथ पुलिस द्वारा किए गए व्यवहार पर विधायक लाखन सिंह ने टिप्पणी की है. उन्होंने लिखा- ‘माननीय मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जी आपसे निवेदन है कि राज्यसभा सांसद डॉ किरोड़ी लाल मीणा जी के साथ मारपीट और अभद्रता करने वाले अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही करें, किरोड़ीलाल जी गांधीवादी तरीके से आंदोलनरत थे. उनके साथ ऐसा बर्ताव करने वाले अधिकारियों को तुरंत बर्खास्त करो’

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आपको बता दें कि शुक्रवार को वीरागंना मंजू से मिलने जा रहे सांसद किरोड़ीलाल मीणा को रास्ते में रोक लिया गया. इस दौरान नोकझोंक के बाद सांसद के साथ पुलिस ने उन्हें उठाकर गाड़ी से जयपुर ले जाया गया. हालात बिगड़ने पर उनको एसएमएस हॉस्पिटल भर्ती करवाया गया. उनके गर्दन की बोन टूटने की खबरें मिल रही है.

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