जालोर: तूफान पीड़ित लोगों के बीच पहुंचे पूनिया, बोले- भारी नुकसान हुआ, कुंभकर्ण की नींद सो रही है सरकार
Jalore: राजस्थान में बिपरजॉय तूफान (Biparjoy Cyclone) व भारी बारिश से कुछ जिलों मे बने बाढ़ के हालात व तबाही के बाद जिस तरह मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने हवाई सर्वेक्षण किया था, उसके बाद गुरूवार को भाजपा पूर्व प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया (Satish Poonia) ने बाड़मेर व सांचौर के प्रभावित क्षेत्र का दौरा कर जायजा लिया. […]
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![जालोर: तूफान पीड़ित लोगों के बीच पहुंचे पूनिया, बोले- भारी नुकसान हुआ, कुंभकर्ण की नींद सो रही है सरकार जालोर: तूफान पीड़ित लोगों के बीच पहुंचे पूनिया, बोले- भारी नुकसान हुआ, कुंभकर्ण की नींद सो रही है सरकार](https://akm-img-a-in.tosshub.com/lingo/rjtak/images/story/202306/satish-poonia-768x432.jpg?size=948:533)
Jalore: राजस्थान में बिपरजॉय तूफान (Biparjoy Cyclone) व भारी बारिश से कुछ जिलों मे बने बाढ़ के हालात व तबाही के बाद जिस तरह मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने हवाई सर्वेक्षण किया था, उसके बाद गुरूवार को भाजपा पूर्व प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया (Satish Poonia) ने बाड़मेर व सांचौर के प्रभावित क्षेत्र का दौरा कर जायजा लिया. पूनिया ने सांचौर के नेहड़ क्षेत्र मे पानी से घिरे मकानों में रह रहे परिवारों से मुलाकात कर उनका दुख दर्द जाना.
सतीश पूनिया ने बताया कि मैं बाड़मेर व जालोर के सांचौर दौरे में आकर गहलोत के हवाई दौरे की तुलना में धरातल पर आकर पीड़ितों के दुख दर्द को समझा हूं. यहां पर भारी नुकसान हुआ है. सरकार अभी तक राहत देने मे विफल रही है. अशोक गहलोत केन्द्र सरकार पर आरोप लगा रहे हैं जबकि मुख्यमंत्री सहायता कोष तो इनके पास हैं, तत्काल प्रभाव से राहत पैकेज देना चाहिए.
सरकार कुंभकर्ण की नींद से नहीं जाग रही: पूनिया
पूनिया ने आगे कहां कि यहां पर लोगों के पशु मर गये. जो इनके रोजगार आमदनी के स्त्रोत थे. वहीं हजारों मकान व छप्पर गिर गए. हजारों लाइट के पोल गिरने से बिजली सप्लाई प्रभावित हैं. किसानों की फसल खराब हो चुकी है लेकिन सरकार कुंभकर्ण की नींद से जाग ही नहीं रही है.
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सरकार में कानून नाम की कोई चीज नहीं: पूनिया
पूनिया ने राजस्थान सरकार व अशोक गहलोत पर पेपर लीक प्रदेश मे कानून व्यवस्था के नाम पर भी घेरा था. वहीं बीकानेर के खाजूवाला की घटना पर बोले कि सरकार में कानून नाम की कोई चीज नहीं है. जब रक्षक ही भक्षक बन जाये तो आमजनता का ध्यान कौन रखेगा. भाजपा ने अपनी तीन सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल को जांच कमेटी के तौर पर भेजा है.
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