जोधपुर: राजे के साथ कड़वाहट पर गजेंद्र सिंह शेखावत ने कबूली बात, बोले- 'मैडम वसुंधरा से नहीं थे बेहतर रिश्ते'
Jodhpur: जोधपुर जिले के शेरगढ़ विधानसभा में कार्यकर्ताओं के साथ होली मिलन कार्यक्रम में गजेंद्र सिंह ने बड़ा बयान दे दिया. कार्यक्रम में शेखावत ने अपने दिल की बात जनता के बीच रख दी. दरअसल उन्होंने अपने और वसुंधरा राजे के रिश्ते पर बड़ा बयान दिया. इसके अलावा उन्होंने बाबूसिंह राठौड़ के साथ अपने रिश्ते में कड़वाहट की भी बात कबूली.
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![जोधपुर: राजे के साथ कड़वाहट पर गजेंद्र सिंह शेखावत ने कबूली बात, बोले- 'मैडम वसुंधरा से नहीं थे बेहतर रिश्ते' जोधपुर: राजे के साथ कड़वाहट पर गजेंद्र सिंह शेखावत ने कबूली बात, बोले- 'मैडम वसुंधरा से नहीं थे बेहतर रिश्ते'](https://akm-img-a-in.tosshub.com/lingo/rjtak/images/story/202403/660798ce916f4-sekhawat-vasudhara-304500927-16x9.jpg?size=948:533)
Jodhpur: जोधपुर जिले के शेरगढ़ विधानसभा में कार्यकर्ताओं के साथ होली मिलन कार्यक्रम में गजेंद्र सिंह ने बड़ा बयान दे दिया. कार्यक्रम में शेखावत ने अपने दिल की बात जनता के बीच रख दी. दरअसल उन्होंने अपने और वसुंधरा राजे के रिश्ते पर बड़ा बयान दिया. इसके अलावा उन्होंने बाबूसिंह राठौड़ के साथ अपने रिश्ते में कड़वाहट की भी बात कबूली.
होली मिलन कार्यक्रम में गजेंद्र सिंह ने पूर्व सीएम वसुंधरा राजे से उनके और बाबूसिंह राठौड़ के रिश्तों में कडवाहट की बात कबूल ली. शेखावत ने कहा कि 2013 से 2018 तक भी प्रदेश में डबल इंजन की सरकार थी लेकिन तब पहले बाबूसिंहजी की मैडम से नहीं बनी, बाद में मेरी नहीं बनी थी. इसलिए काम नहीं हो पाए थे. उसके बाद गहलोत सरकार आ गई. जिसने केंद्र के काम रोक दिए थे. लेकिन इस डबल इंजन की सरकार में सबकुछ होगा.
हमारा जयपुर और दिल्ली दोनों राज पर काबू: शेखावत
गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा प्रदेश में बनी डबल इंजन की सरकार से केंद्र के मार्फत राज्य के काम होने लगे हैं. आप लोगों को भी चिंता करने की जरूरत नहीं हैं. हमारा जयपुर और दिल्ली दोनों राज पर काबू है. इसलिए शेरगढ़ को लेकर जो मांगें बाबूसिंह ने रखी हैं उसे पूरी की जाएगी. शेरगढ़ के विकास के लिए जहां बाबूसिंह पसीना बहाएंगे मेरा वहां खून बहेगा.
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बाबूसिंह-शेखावत के बीच सुलह
शेरगढ़ विधायक बाबूसिंह ने हाल ही में गजेंद्र सिंह शेखावत की कार्यशैली को लेकर जमकर उनका विरोध किया था. खुले मंच से उन पर आरोप लगाया कि वे काम नहीं करवाते हैं, सिर्फ बातें करते हैं. प्रत्याशी घोषित होने के बाद शेखावत का शेरगढ़ में विरोध भी हुआ था. बाद में सीएम भजनलाल शर्मा ने दोनों को जयपुर बुलाकर राजीनामा करवाया. उसके बाद से बाबूसिंह गजेंद्र सिंह शेखावत की तारीफों में कसीदें पढ़ने लगे हैं.
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