कांग्रेस छोड़ने वाले नेताओं की लंबी फेहरिस्त? अब इस दिग्गज महिला नेता ने ऐलान कर बढ़ा दी पार्टी की टेंशन!

Satish Sharma

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लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस में लगातार बड़े झटके लगते नजर आ रहे हैं. दिग्गज आदिवासी नेता महेंद्रजीत सिंह मालवीया (mahendrajeet singh malviya) के बीजेपी में शामिल होने के बाद सियासत गरमा गई है. वहीं, लालचंद कटारिया, रिछपाल मिर्धा समेत अब एक लंबी फेहरिस्त उन नेताओं की सामने आ रही है, जो बीजेपी (BJP) ज्वॉइन कर सकते हैं. अब इस बीच दक्षिण राजस्थान यानी मेवाड़-वागड़ में कांग्रेसी नेता ने बड़ा ऐलान कर दिया है. इस नेता के ऐलान के बाद कांग्रेस को अब इस क्षेत्र में नई लीडरशिप के बारे में चिंतन करने पर मजबूर होना होगा. 

दरअसल, कांग्रेस की वरिष्ठ नेता डॉ. गिरिजा व्यास ने आज 9 मार्च को राजनीति से सन्यास लेने की घोषणा कर दी है. उदयपुर स्थित अपने निवास स्थान पर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में चुनाव लड़ने के सवाल पर गिरिजा व्यास ने कहा कि उन्होंने अब चुनाव लड़ना छोड़ दिया है. 

 

 

कांग्रेस के वर्तमान हालात पर जताया दुख

डॉ. व्यास ने कहा कि वह पुरानी हो गई है, एक कहानी हो गई है. व्यास का कहना है कि कांग्रेस की वर्तमान स्थिति को देखकर उनका मन भी दुखी होता है. कहा जा रहा है कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता चुनाव लड़ने को तैयार नहीं है, ऐसे में एक और नेता के चुनावी मैदान से दूर होने के चलते पार्टी की परेशानी बढ़ सकती है. बता दें कि गिरिजा व्यास कांग्रेस सरकार के दौरान कई महत्वपूर्ण पदों पर रह चुकी हैं. राज्य और केंद्र में कैबिनेट मंत्री के तौर पर भी काम कर चुकी हैं. राजनैतिक जीवन में उन्हें राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष की जिम्मेदारी मिली. 

मीडिया से बातचीत के दौरान बार-बार पूछे जाने के बावजूद भी वे पूर्व सीएम अशोक गहलोत और टोंक विधायक सचिन पायलट पर अपनी टिप्पणी करने से बचती रहीं. डॉ. गिरिजा को बीजेपी से बुलावे के एक सवाल पर कहा कि मेरा खून लाल रंग का नहीं तिरंगे रंग का है, सब चले जाए. लेकिन मैं मरते दम तक कांग्रेस में रहूंगी. 

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'मोदी की गारंटी भी पूरी नहीं हुई'

उन्होंने कहा "मोदी ने पहले चुनाव में कहा कि सभी के खाते में 15 लाख आएंगे. आज तक नहीं आया और आज तक लोग ढूंढते फिर रहे हैं. किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य की मांग भी पूरी नहीं की. नोटबंदी के समय कहा कि काला धन बंद हो जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. मोदी की गारंटी कहां पूरी हुई?"

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