चूरू में काका-भतीजे में कौन पड़ेगा एक-दूसरे पर भारी? राहुल कस्वां की सीट को लेकर मुंबई सट्टा बाजार ने किया बड़ा दावा!
लोकसभा चुनाव के नतीजे 4 जून को घोषित होंगे. लेकिन मतदान के चरण बीतने के साथ ही सट्टा बाजार में उथल-पुथल तेज हो गई है. फलोदी सट्टा बाजार के दावे जहां पूरे चुनाव में चर्चित रहे. वहीं, अब मुंबई के सट्टा बाजार ने भी लोकसभा चुनावों (loksabha election 2024) के लिए बड़ी भविष्यवाणी कर दी है.
ADVERTISEMENT
![चूरू में काका-भतीजे में कौन पड़ेगा एक-दूसरे पर भारी? राहुल कस्वां की सीट को लेकर मुंबई सट्टा बाजार ने किया बड़ा दावा! Rajasthantak](https://akm-img-a-in.tosshub.com/lingo/rjtak/images/story/202405/6656df0d67603-bjps-kaka-key-in-churu-clash-between-a-suave-politician-and-paralympian-160916799-16x9.jpg?size=948:533)
लोकसभा चुनाव के नतीजे 4 जून को घोषित होंगे. लेकिन मतदान के चरण बीतने के साथ ही सट्टा बाजार में उथल-पुथल तेज हो गई है. फलोदी सट्टा बाजार के दावे जहां पूरे चुनाव में चर्चित रहे. वहीं, अब मुंबई के सट्टा बाजार ने भी लोकसभा चुनावों (loksabha election 2024) के लिए बड़ी भविष्यवाणी कर दी है. सट्टा बाजार ने भाजपा की आसान जीत का अनुमान लगाया है, लेकिन 400 पार का बीजेपी का नारा मुमकिन नहीं दिख रहा.
इंडिया टुडे से बातचीत में मुंबई के शीर्ष सट्टेबाज ने कहा कि पहले चरण के मतदान से पहले बीजेपी के लिए संख्या अधिक थी. लेकिन तीन चरण के मतदान के बाद सट्टा बाजार में बीजेपी के लिए गिरावट का रुख देखा गया. सट्टा बाजार के मुताबिक चूरू में कांग्रेस मजबूत नजर आ रही है.
बता दें कि चूरू लोकसभा सीट से बीजेपी के बागी और कांग्रेस प्रत्याशी राहुल कस्वां मैदान में हैं. जबकि बीजेपी ने पैरां ऑलपिंयन देवेंद्र झाझरिया को मैदान में उतारा था. हालांकि चूरू में राजेंद्र राठौड़ के वर्चस्व के चलते यह लड़ाई अप्रत्याशित तौर पर राहुल कस्वां और राजेंद्र राठौड़ के बीच दिखाई दी. जिसके चलते शेखावाटी का पारा हाई रहा. कभी राठौड़ को काका कहने वाले कस्वां के साथ कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा समेत कांग्रेस के कई नेता इस सीट पर जोर लगाते दिखाई दिए.
कांग्रेस को देश में कितनी सीटें?
अगर देशभर में कांग्रेस की सीटों की बात करें तो सट्टा बाजार ने 55 से 65 सीटों के लिए भविष्यवाणी जाहिर की है. सट्टेबाज ने कहा कि, "बाजार ने कभी 400 पार के नारे का समर्थन नहीं किया. सट्टा बाजार की दरों के अनुसार 350 सीटें भी संभव नहीं लगतीं." 2024 के लोकसभा चुनाव पर 8 से 9 लाख करोड़ से अधिक का सट्टा लग रहा है. चुनाव की घोषणा होते ही बाजार खुल गया.
ADVERTISEMENT
यह भी पढ़ें...
ADVERTISEMENT