पायलट की यात्रा पर प्रभारी रंधावा बोले- टाइमिंग गलत, ज्यादा महत्वकांक्षी ठीक नहीं, गहलोत ज्यादा अनुभवी

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Rajasthan Election 2023: राजस्थान में सचिन पायलट की चल रही जन संघर्ष यात्रा से आलाकमान खासा नाराज होता दिखाई दे रहा है, इसका उदाहरण प्रभारी रंधावा के दिए गए बयान से समझा जा सकता है. बीते 2 दिन पहले दिल्ली में एआईसीसी दफ्तर में पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा और तीनों से प्रभारियों के साथ प्रभारी गुरु रंधावा की मीटिंग हुई और इस मीटिंग में भी पायलट की यात्रा को लेकर चर्चा की गई. मीटिंग के बाद प्रभारी रंधावा ने पायलट की इस यात्रा को उनकी निजी यात्रा बताया था और उन्होंने कहा था कि हम उनकी यात्रा पर नजर रख रहे हैं और इसकी रिपोर्ट दो-तीन दिनों के अंदर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को सौंपेंगे.

वही. शनिवार को रंधावा ने पायलट की यात्रा को लेकर बयान दिया है, उन्होंने पायलट को लेकर कहा है कि वह अपनी निजी यात्रा कर रहे हैं, उन्होंने पायलट की यात्रा की टाइमिंग को लेकर नाराजगी जाहिर की है, उन्होंने कहा कि उनकी यात्रा जो टाइमिंग है वह सही ठीक नहीं थी. कर्नाटक चुनाव से 1 दिन पहले उनकी यह यात्रा हुई और उनकी यात्रा निजी है.

एकजुट होकर कर्नाटक में जीता चुनाव

एनडीटीवी से बातचीत करते हुए रंधावा ने बताया कि कर्नाटक में हमने मिलजुल कर एकजुटता से चुनाव जीता है. इसके लिए वहां के नेता और राहुल-खड़गे जी बधाई के पात्र हैं. इस दौरान कर्नाटक की जीत को रंधावा ने बड़ी जीत बताई.

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राजस्थान में एक फेस पर लड़ा जाएगा चुनाव

आगामी राज्यों मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में चुनावों में कांग्रेस की रणनीति पर रंधावा ने कहा कि हमने पहले हिमाचल प्रदेश में एकजुटता से चुनाव लड़ा. उसके बाद कर्नाटक में पार्टी एकजुट होकर चुनाव लड़ा और शानदार जीत दर्ज की. मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में कांग्रेस एक फेस पर चुनाव लड़ेगी. यहां डबल फेस चुनाव नहीं लड़ा जाएगा.

गहलोत को तजुर्बा अधिक, पायलट की टाइमिंग गलत

गहलोत-पायलट के बीच चल रहे विवाद के सवाल पर रंधावा ने कहा अशोक गहलोत बहुत पुराने लीडर हैं, उनके दिल और दिमाग में कांग्रेस है. उनको कांग्रेस नेताओं में सबसे अधिक तजुर्बा है. सचिन पायलट की यात्रा पर रंधावा ने कहा कि वो उनकी निजी यात्रा है. उनकी टाइमिंग गलत है. कर्नाटक में वोटिंग थी. पायलट को थोड़ा इंतजार करना चाहिए था. उन्होंने कहा हमें अपने निजी समस्या से पहले कांग्रेस के बारे में सोचना चाहिए और कांग्रेस को आगे लाना चाहिए. मैं पहले डिप्टी सीएम रहा, आज अगर कांग्रेस को जरूरत है तो लोड है हमारी.

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अधिक महत्वकांक्षी होना गलत

पायलट पार्टी में युवा चहेरे हैं इस सवाल पर बीच में ठोकते हुए रंधावा बोले महत्वकांक्षी होना सही लेकिन अधिक महत्वकांक्षी होना गलत है. पार्टी में बहुत टाइम बाकी है और कांग्रेस ऐसी पार्टी है जो रॉयल रहता है उसके सोचने से अधिक उसको देती है.

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गहलोत के बयान के बाद पायलट का पलटवार आता है, इस सवाल पर रंधावा ने कहा कि हम वहां जाकर देखेंगे कि किसने पहले क्या बोला. मेरे प्रभारी बनने से पहले की क्या बातें हैं उनको मैं नहीं उठाना चाहता.

पायलट पर कार्रवाई पर बोले- पायलट मेरा छोटा भाई है

पायलट पर अनुशासनात्मक कार्रवाई पर रंधावा ने कहा कि आप किसी से भी पूछ लेना मेरे फादर और सचिन पायलट के फादर बेस्ट फ्रेंड थे. मेरे उनसे फैमिली रिलेशन हैं. पायलट मेरा छोटा भाई है. मैंने पहले भी कहा है और अब भी कहूंगा कि साथ चले.

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