Rajasthan Election: टोंक से चुनाव लड़कर सचिन पायलट ने कर दी बड़ी गलती? इस कारण बढ़ सकती है टेंशन
Rajasthan Election: टोंक (Tonk Assembly से चुनाव लड़ रहे पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट (Sachin Pilot). उनके सामने भाजपा की ओर से पूर्व विधायक अजीत मेहता मैदान में हैं.
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Rajasthan Election: राजस्थान में 5 दिन बाद मतदान होगा और 3 दिसंबर को 199 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला होगा. वहीं टोंक विधानसभा क्षेत्र में पायलट के सामने स्थानीय समस्या बड़ी समस्या पैदा कर सकती है. टोंक विधानसभा (Tonk Assembly) क्षेत्र इन दिनों राजनैतिक दृष्टि से चर्चा में बना हुआ है. कारण है यहां से चुनाव लड़ रहे पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट (Sachin Pilot). उनके सामने भाजपा की ओर से पूर्व विधायक अजीत मेहता मैदान में हैं.
पूर्व विधायक अजीत मेहता यहां अपनी मजबूत कार्यकर्ताओं की टीम के साथ अपने आपको स्थानीय बेटा बताते हुए पायलट के सामने मजबूत चुनौती बने हुए हैं तो पायलट अपनी लोकप्रियता व कांग्रेस के परंपरागत वोट बैंक से सहारे 2018 में मिली 54 हजार वोटों से जीत से भी अधिक मतांतर से जीत का दावा करते नज़र आ रहे हैं.
महिलाओं ने चौपाल ने बताई हकीकत
कांग्रेस के इन्हीं दावों व भाजपा के वादों के बीच राजस्थान तक ने टोंक शहर में महिलाओं की नब्ज टटोली. राजस्थान तक से बातचीत में महिलाओं ने खुलकर कहा कि वे उसी प्रत्याशी को चुनना चाहेगीं जो उनकी समस्याओं का निराकरण करे. उनकी सुने व रोज़गार जैसी समस्याओं का निराकरण करे. महिलाओं ने कहा कि टोंक शहर के बीच गंदे पानी के तालाब उनके लिए बहुत बड़ी समस्या बने हुए हैं लेकिन पिछले कई दशकों से किसी भी पार्टी के विधायक द्वारा इस समस्या का निराकरण नहीं किया गया. हालांकि महिलाएं कांग्रेस के कार्यकाल से संतुष्ट नजर आयीं.
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कई महिलाओं ने दी मिलीजुली राय
वहीं कुछ का कहना था कि विकास केंद्र मोदी सरकार की योजनाओं से ही हो रहा है. इस मिलीजुली राय के बाद अब पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट यहां से फिर से चुने जाते हैं या फिर भाजपा के मेहता की स्थानीय बेटे को चुने जाने की अपील उन्हें विधानसभा तक पहुंचाती है. यह फैसला 25 नवंबर को ईवीएम के दबने वाले बटन व 3 दिसंबर को होने वाली मतगणना के बाद तय हो जाएगा.
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