राजस्थान में नए जिलों पर संकट के बीच अमराराम का बड़ा ऐलान, बोले- 'CID कान खोलकर सुन ले अगर...'
सीकर सांसद अमराराम (MP Amraram) ने कहा है कि अगर नीमकाथाना को जिले से हटाया गया तो 48 घंटों में आदेश वापस लेना पड़ेगा.
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Rajasthan News : राजस्थान में पूर्ववर्ती अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) सरकार के समय बनाए गए 22 नए जिलों (New Districts) में से 3 जिलों के अस्तित्व पर संकट मंडरा रहा है. ये भविष्य में जिले बने रहेंगे या नहीं, इस पर संशय है. अब भजनलाल सरकार पर निर्भर है कि वह इन जिलों पर क्या निर्णय लेती है. इस बीच सीकर सांसद अमराराम ने भजनलाल (CM Bhajanlal Sharma) सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. उन्होंने कहा है कि अगर सरकार नीमकाथाना के जिला का दर्जा वापस ले लेती है तो 48 घंटे में ही आदेश वापस लेना पड़ेगा.
सीकर सांसद अमराराम (Sikar MP Amraram) ने कहा, "'सरकार की CID कान खोलकर सुन ले, अगर नीमकाथाना (Neemkathana) को जिले से हटाने का आदेश निकाला तो 48 घंटों में ही आदेश वापस लेना पड़ेगा. ये मजाक नहीं है. काफी मुश्किल के बाद कई सालों में नीमकाथाना को जिले का दर्जा मिला है."
इन 3 जिलों पर लटक रही है तलवार
पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने पहले चरण में 19 जिले और दूसरे चरण में 3 जिलों की घोषणा की थी. 3 नए जिलों कुचामन, मालपुरा व सुजानगढ़ को रद्द किया जा सकता है. आचार संहिता से पहले बनाए गए इन जिलों की अधिसूचना जारी नहीं हुई थी. भजनलाल सरकार ने इन जिलों की समीक्षा करने के लिए नए सिरे से कैबिनेट सब कमेटी का गठन किया है. अब यह कमेटी नए जिलों के गठन पर अपनी रिपोर्ट तैयार कर सरकार को देगी.
अब आगे क्या होगा?
अब इन घोषित जिलों के गठन एवं सीमांकन करने अथवा नहीं करने के सम्बंध में उच्च स्तर पर विचार-विमर्श किए जाने बाद ही निर्णय लिया जाना सम्भव होगा. इस संबंध में प्रशासनिक सुधार विभाग के पत्र के बाद राजस्व विभाग के आदेश दिनांक 18.12.2023 द्वारा गठित उच्च स्तरीय समिति (जिला गठन) को समाप्त किया जा चुका है.
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