Ravindra singh bhati का करियर दांव पर! बीजेपी से बगावत के बाद भाटी के साथ होने वाला है बड़ा खेल?
Ravindra singh bhati: राजस्थान (rajasthan election 2023) की हॉट सीट में से एक बाड़मेर जिले की शिव विधानसभा की चर्चा पूरे प्रदेश में हो रही है. शिव विधानसभा (shiv assembly) की चर्चा इसलिए भी है कि कुछ दिन पहले ही बीजेपी में शामिल हुए युवा नेता रविंद्रसिंह भाटी (ravindra singh bhati) ने बीजेपी से बागी […]

Ravindra singh bhati: राजस्थान (rajasthan election 2023) की हॉट सीट में से एक बाड़मेर जिले की शिव विधानसभा की चर्चा पूरे प्रदेश में हो रही है. शिव विधानसभा (shiv assembly) की चर्चा इसलिए भी है कि कुछ दिन पहले ही बीजेपी में शामिल हुए युवा नेता रविंद्रसिंह भाटी (ravindra singh bhati) ने बीजेपी से बागी होकर निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है. भाटी के अलावा भी इस सीट पर 9 प्रत्याशी है. इनमें कांग्रेस से बागी होकर जिलाध्यक्ष फतेह खान, कांग्रेस से 10वीं बार चुनाव लड़ रहे 84 साल के अमीन खान, बीजेपी से स्वरूपसिंह खारा और आरएलपी के जाल्मसिंह रावलोत शामिल हैं.
प्रत्याशियों की बात करें तो यहां 9 प्रत्याशी आमने -सामने चुनावी मैदान में है. लेकिन, प्रमुख 5 प्रत्याशियों में यहां कड़ी टक्कर है. राजस्थान तक की टीम ने जब शिव विधानसभा के रामसर में यहां के वोटरों की नब्ज टटोलने की कोशिश की तो हर कोई अलग -अलग प्रत्याशी के बारे में अपना मत रखता नजर आया.
क्या कहती है यहा की जनता?
शिव के मतदाताओं में किसी ने कहा कि पार्टी देखकर मत देते हैं तो कोई सरकार बनने की संभावना के साथ जाने की बात कहता नजर आया. अधिकांश अल्संख्यक वर्ग के लोग कांग्रेस के अमीन खान तो कोई कांग्रेस से निर्दलीय फतेह खान के पक्ष में नजर आए. वहीं, दूसरी तरफ बीजेपी के कट्टर वोटर भी अपनी बात रखते हुए बीजेपी के पक्ष में दिखें तो कुछ आरएलपी के जालमसिंह और निर्दलीय रविंद्रसिंह भाटी को जिताऊ उम्मीदवार बताते नजर आए. कुल मिलाकर शिव विधानसभा के रामसर में लोगों की मिलीजुली प्रतिक्रिया देखने को मिली. इसी वजह से 5 ही मजबूत उम्मीदवारों में यहां कड़ी टक्कर है. अब 3 दिसंबर यानी मतगणना के दिन ही कुछ स्पष्ट हो पाएगा.
सीएम गहलोत के सामने मिला था चुनाव लड़ने का ऑफर
अंदरखाने चर्चा ये भी है कि बीजेपी का शीर्ष नेतृत्व रविंद्र सिंह भाटी को मुख्यमंत्री के सामने जोधपुर की सरदारपुरा सीट से चुनाव लड़ाने का ऑफर दे चुका था. हालांकि, इसमें कितनी सच्चाई है, इसकी अभी पुष्टि नहीं हो पाई है. सरकार में केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के सामने चुनाव लड़ने से साफ इनकार कर चुके हैं. ऐसे में यह कयास लगाए जा रहे हैं कि बीजेपी रविंद्र सिंह भाटी को मुख्यमंत्री के अपोजिट चुनाव लड़ा सकती है.