वायरल ऑडियो टेप पर रोती-बिलखती कांग्रेस मेयर की मंत्री को ललकार, बोली-‘सामने आकर लड़े’

विशाल शर्मा

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Jaipur: जयपुर नगर निगम का ऑडियो वायरल हो रहा है.जिसमें दो लोगों के बीच हुई बातचीत में गहलोत सरकार के एक कद्दावर कैबिनेट मंत्री का जिक्र किया जा रहा है. हालांकि राजस्थान तक इस वायरल ऑडियो टेप की पुष्टि बिल्कुल भी नहीं करता है और ना ही इसमें हुई बातचीत को सही ठहराता है लेकिन कांग्रेस की मेयर मुनेश गुर्जर ने खुद इसे ऑडियो को सबके सामने रखा है.

जयपुर नगर निगम हेरिटेज की मेयर मुनेश गुर्जर का आरोप है कि कुछ लोग गलत बयानबाजी करवाना चाहते हैं और उनके द्वारा गोद लेकर एक दिन की मेयर बनाई गई बच्ची इशिता के परिवारजनों को भड़का रहे हैं. मेयर ने इसे लेकर एक ऑडियो भी सबके सामने रखा, जिसमें इशिता के पिता बनवारी बता रहें कि उनसे कुछ लोगों द्वारा संपर्क किया जा रहा है और उनसे बातचीत की कोशिश की जा रही है. इसको लेकर भावुक होते हुए मेयर ने कहा कि इस बच्ची को गोद लिया गया है और उसकी कंडीशन बेहद खराब है. यह बच्ची एससी समाज से है और कई समय से मेरे से उनका जुड़ाव है, लेकिन इसके बावजूद इशिता के पिता बनवारी को फोन करके आखिर क्यों दबाव बनाया जा रहा है. इसकी शिकायत वो मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से करेंगी.

इशिता को बनाया था एक दिन का मेयर

बता दें कि विश्व महिला दिवस पर हैरिटेज नगर निगम में 7 साल की इशिता को एक दिन का मेयर बनाया गया था. सोढाला इलाके के रामराजपुरी बस्ती में रहने वाली इशिता को एक असाध्य बीमारी है. 2014 में जन्मी इशिता न सुन सकती है और ना ही बोल सकती है. सिर्फ इशारों में ही सबकी भाषा समझ लेती है. लेकिन जब मेयर और अतिरिक्त आयुक्त के बीच खिंचतान हुई. फिर मेयर कांग्रेस पार्षदों ने मिलकर मुख्यमंत्री को अपना इस्तीफा भेजा तभी SC-ST का मामला तूल पकड़ने लगा. इसी बीच SC वर्ग की गोद ली गई इशिता का मेयर ने जिक्र किया. अब इशिता के पिता और मेयर पति का 3.38 मिनट का ऑडियो वायरल हो रहा है. इसमें मेयर पति सुशील गुर्जर और इशिता के पिता बनवारी की बातचीत का जिक्र है. ऑडियो में इशिता के पिता बनवारी मेयर पति सुशील गुर्जर को पूरा घटनाक्रम बताते सुने जा सकते है.

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वायरल ऑडियो के कुछ अंश

  • इशिता के पिता- प्रतापसिंह के वहां से फोन आया था, मैं गाड़ी पर चल रहा था.
  • मेयर पति- किसका फोन आया था, प्रतापसिंह कौन मंत्री जी?
  • इशिता के पिता- मंत्री के वहां से कोई फोन आ रहा था.
  • मेयर पति- फोन आया उसका क्या नाम था ?
  • इशिता के पिता- नाम तो बताया नहीं, बोला दशरथ से बात कर लो.
  • इशिता के पिता- मैंने बोला क्या मैटर है बताओ मैं क्या दशरथ से बात करूं?
  • इशिता के पिता- मैं गाड़ी पर चल रहा हूं मैंने फोन काट दिया, फिर फोन आया
  • मेयर पति सुशील गुर्जर- किसका फोन आया?
  • इशिता के पिता- दशरथजी भैया ने मुझ से बात की.
  • इशिता के पिता- मैंने बोला आप दशरथजी बोल रहे हो ना?
  • इशिता के पिता- दशरथ जी बोले आपसे मंत्री से बात करना चाहते हैं.
  • इशिता के पिता- मैं बोला भाई साहब किस मैटर में बात करना चाहते हैं?
  • इशिता के पिता- मेरा तो कोई मैटर ही नहीं है भाईसाहब.
  • मेयर पति- आपकी प्रतापसिंह से बात हुई क्या?
  • इशिता के पिता- नहीं मेरी प्रतापजी से बात नहीं हुई.
  • इशिता के पिता- दशरथजी ने कहा आप मंत्री जी से मिल लेना.
  • इशिता के पिता- मैंने बोला मैं तो जॉब पर हूं आपको बता दूंगा.
  • मेयर पति सुशील गुर्जर- देखो अपना पारिवारिक संबध है.
  • मेयर पति- अपन हमेशा साथ रहे, इशिता की जिम्मेदारी मैंने संभाली
  • मेयर पति- और मैं संभालूंगा उसकी शादी तक मेरी जिम्मेदारी है.
  • मेयर पति- कुछ लोग आपको प्रलोभन देंगे, ये लो ये बयान दे दो वो बयान दे दो
  • मेयर पति- आप स्वयं की मर्जी से जो बयान देना
  • मेयर पति- जो आपको अच्छा लगे वो करना
  • मेयर पति- मेरी गारंटी है मैंने पहले भी साथ दिया इशिता का और आपका
  • मेयर पति- और इशिता मेरी बच्ची की तरह है
  • मेयर पति- क्या होता नेतागिरी में कई ऐसा बार होता है हम भूल जाते हैं.
  • मेयर पति- मिलते रहा करो मुझे रेगुलर महीने के महीने
  • मेयर पति- कल मैं वापस आता हूं मेयर मैडम को लेकर
  • मेयर पति- बनवारी आपकी गलती है, मुझसे आप मिला करो
  • मेयर पति- डॉक्टर, पैसे किसकी जरूरत है वो बताया करो.
  • मेयर पति- आप आकर नहीं मिलते, हमारी सिथति ये होती है रोटी भी नहीं खाई
  • मेयर पति- तू इशिता को हर महीने लेकर आता है, उस मेयर पति-बच्ची को देखकर मजा आ जाता है
  • मेयर पति- कल आ जाना, सुबह घर पर उसका कैसे इलाज करना है बातचीत करते हैं.

फिलहाल हैरिटेज नगर निगम में पिछले एक सप्ताह से जारी मेयर और कांग्रेस पार्षदों का आख़िरकार गुरुवार देर शाम प्रदेश कांग्रेस प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा के आश्वासन के बाद धरना 10 दिनों के लिए स्थगित जरूर हो गया. जहां घंटों तक चली बैठक में नाराज मेयर मुनेश गुर्जर और कांग्रेसी पार्षदों के आलावा मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास, महेश जोशी के साथ विधायक रफीक खान और अमीन कागजी भी मौजूद रहे. लेकिन एकबारगी तो जैसे ही बैठक खत्म हुई तो मंत्री प्रताप सिंह और मेयर मुनेश गुर्जर एक दूसरे पर जुबानी तीर छोड़ रहे थे, लेकिन फिर वापस मंत्री महेश जोशी ने फिर से मेयर के साथ बैठक बातचीत की तो अतिरिक्त आयुक्त को सस्पेंड करने के आश्वासन पर धरना स्थगित जरूर कर दिया. लेकिन वायरल मेयर के वीडियो के बाद अब इस ऑडियो टेप से कांग्रेस में कलह निश्चित है.

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