4 March 2024
जैसलमेर मुख्यालय से 18 किमी दूर कुलधरा गांव में दिन में रौनक होती है.
तस्वीर: राजस्थान टूरिज्म के ट्विटर से.
रात होते ही यहां सांय-सांय की आवजें आती हैं और तापमान चौंकाने वाला हो जाता है.
तस्वीर: राजस्थान टूरिज्म के ट्विटर से.
यहां रात में कोई रुकता नहीं है. पहले दिन में भी लोग इधर जाने से कतराते थे.
तस्वीर: राजस्थान टूरिज्म के ट्विटर से.
अब पर्यटन विभाग ने इसे रिनोवेट करके इसे टूरिज्म स्पॉट बना दिया है.
तस्वीर: राजस्थान टूरिज्म के ट्विटर से.
देश-विदेश के सैलानी यहां आते हैं और खूबसूरती को कैमरे में कैद करके ले जाते हैं.
तस्वीर: राजस्थान टूरिज्म के ट्विटर से.
कहते हैं ये गांव पालीवाल ब्राह्मणों ने 200 साल पहले बसाया था.
तस्वीर: राजस्थान टूरिज्म के ट्विटर से.
किंवदंती है कि ये गांव रातों-रात खाली कर दिया गया था.
तस्वीर: राजस्थान टूरिज्म के ट्विटर से.
इसके पीछे पालीवाल ब्राह्मणों के साथ हुए एक अन्याय की कहानी है.
तस्वीर: राजस्थान टूरिज्म के ट्विटर से.
कहते हैं उनके श्रॉप से इस गांव में रात में कोई रह नहीं पाता है.
तस्वीर: राजस्थान टूरिज्म के ट्विटर से.