राजस्थान की सबसे हॉट सीट बाड़मेर-जैसलमेर-बालोतरा पर मतदान आज 26 अप्रैल को जारी है. यहां से बीजेपी (BJP) के मौजूदा सांसद और केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी दूसरी बार मैदान में हैं. जबकि कांग्रेस (Congress) ने उम्मेदाराम बेनीवाल को टिकट दिया है. वहीं, इस मुकाबले को निर्दलीय प्रत्याशी रविंद्र सिंह भाटी (Ravindra Singh Bhati) ने रोचक बना दिया है. लेकिन इस सीट पर मतदान से ऐन मौके पहले बड़ा खेल हो गया है. इस खेल ने बीतीं रात हलचल मचा दी.
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दरअसल, राजस्थान में कांग्रेस और राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (RLP) पूरे राजस्थान में गठबंधन के साथ मैदान में है. लेकिन बाड़मेर-जैसलमेर सीट पर BJP प्रत्याशी कैलाश चौधरी को आरएलपी के नेताओं ने समर्थन दे दिया. जिसके बाद सीट के समीकरण बदलने की बात कही जा रही है.
वहीं, पार्टी के संयोजक हनुमान बेनीवाल ने गजेंद्र चौधरी को 5 साल के लिए निष्कासित कर दिया है. इस संबंध में पार्टी ने एक आधिकारिक आदेश भी जारी किया है. इसके साथ ही आरएलपी ने पार्टी के तमाम कार्यकर्ताओं से इंडिया गठबंधन के उम्मेदाराम बेनीवाल के पक्ष में वोट करने की अपील की है. गौरतलब है कि इंडिया गठबंधन ने बाड़मेर-जैसलमेर सीट पर उम्मेदाराम बेनीवाल को मैदान में उतारा है.
नागौर और जालौर वाला खेल तो नहीं!
गठबंधन और नेताओं का यह मामला पहली बार नहीं है. ऐसा ही कुछ बांसवाड़ा में भी देखने को मिला था. जब बांसवाड़ा में भारत आदिवासी पार्टी और कांग्रेस के गठबंधन के ऐलान के बावजूद कांग्रेस प्रत्याशी अरविंद डामोर ने उम्मीदवारी वापस नहीं ली थी. सियासी गलियारों में इसे जालौर के बदला के तौर पर देखा जा रहा है. क्योंकि जालौर में पूर्व मुख्यमंत्री वैभव गहलोत के सामने बाप प्रत्याशी ने भी उम्मीदवारी वापस नहीं ली.
गौरतलब है कि कांग्रेस ने गठबंधन की घोषणा से ठीक पहले डामोर को उम्मीदवार घोषित किया था. बांसवाड़ा लोकसभा सीट पर, जो मुकाबला भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस-बीएपी गठबंधन के बीच माना जा रहा था. वह अब डामोर के अड़ जाने से त्रिकोणीय मुकाबले में तब्दील हो गया है. इस सीट पर बीजेपी के उम्मीदवार महेंद्रजीत सिंह मालवीय और बाप के राजकुमार रोत आसमने-सामने हैं.
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