राजस्थान की जोधपुर लोकसभा सीट पर केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत (Gajendra Singh Shekhawat) के लिए इस बार राह आसान नहीं है. उनके सामने कांग्रेस (Congress) ने राजपूत समाज से ही करण सिंह को मैदान में उतारा है. इस सीट पर कुल 21 लाख 38 हजार 241 मतदाताओं के हाथ में प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला है. पिछले बार के मुकाबले इस बार 1 लाख 80 हजार 693 वोटर बढ़े हैं.
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इस बार जोधपुर लोकसभा सीट पर 18 से 19 वर्ष के 60 हजार 396 मतदाता हैं. वहीं, 20 से 29 वर्ष के 5 लाख 9 हजार 139 मतदाता हैं. कुल 21 लाख 38 हजार 241 मतदाताओं में से 5 लाख 69 हजार 535 युवा मतदाता हैं.
बता दें कि इस सीट पर साल 1952 में पहली बार स्वंतत्र प्रत्याशी जसवंत राज मेहता सांसद चुने गए थे. हालांकि 57 में यहां से कांग्रेस के उम्मीदवार जीते. फिर 1962 के चुनाव में यहां से स्वतंत्र उम्मीदवार लक्ष्मीमल सिंघवी चुने गए. वहीं 67 में कांग्रेस के नरेंद्र कुमार सांधी तो 71 में फिर स्वतंत्र उम्मीदवार कृष्णा कुमारी को जीत मिली. 77 के चुनाव में यह सीट जनता पार्टी के रणछोड़ दास गट्टनी ने झटक ली. फिर 1980 में कांग्रेस के टिकट पर पहली बार यहां से अशोक गहलोत लड़े और लगातार दो चुनाव जीतते रहे. उसके बाद से 89 में उन्हें बीजेपी के जसवंत सिंह जीते और साल 1991 के बाद 96 व 98 में अशोक गहलोत ने जीत हासिल की.
साल 2014 से गजेंद्र सिंह शेखावत लगातार सांसद
1999 और 2004 के लोकसभा चुनावों में बीजेपी के जसवंत विश्नोई यहां से चुने गए. हालांकि 2009 में कांग्रेस की चंद्रेश कुमारी ने यह सीट फिर से जीत कर कांग्रेस की झोली में डाल दी. उसके बाद 2014 और 2019 के चुनाव में यहां से बीजेपी के गजेंद्र सिंह शेखावत लगातार जीतते रहे हैं. बीजेपी ने एक बार फिर उन्हें 2024 में भी उम्मीदवार घोषित किया है. इस वह इस सीट पर हैट्रिक लगाने के लिए चुनावी मैदान में उतर रहे हैं.
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