Rajasthan Politics: राजस्थान की 25 लोकसभा सीटों पर 2 चरणों में चुनाव संपन्न हो चुके हैं. अब 4 जून को नतीजे आएंगे. वहीं इस बार वोटिंग से कांग्रेस में काफी उत्साह है. दूसरी तरफ बीजेपी का मिशन-25 फेल होता हुआ दिखाई दे रहा है. इस बात को खुद केंद्रीय अमित शाह भी मान चुके हैं. राजस्थान में कांग्रेस पिछले 2 चुनावों में खाता नहीं खोल पाई थी लेकिन इस बार खाता खुलने की उम्मीद जताई जा रही है. वहीं कांग्रेस आलाकमान ने सचिन पायलट, हरीश चौधरी और गहलोत को अब बाहरी प्रदेशों में जिम्मेदारी सौंपी है. सचिन पायलट को दिल्ली में कन्हैया कुमार को जिताने की जिम्मेदारी मिली है. हाल ही सचिन पायलट ने न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत की. इस दौरान उन्होंने कई मुद्दों पर बातचीत की. आइए देखते हैं.
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सचिन पायलट ने तीन फेज में हो चुकी वोटिंग पर कहा कि पहले और दूसरे चरण में कांग्रेस और इंडिया गठबंधन ने अच्छा किया है और तीसरे चरण में भी एनडीए से अच्छा चुनाव लड़ा है.
राजस्थान में बीजेपी से आगे कांग्रेस
सचिन पायलट ने कहा कांग्रेस पहले हारती थी तो 20-21 सीटें या 50-55 सीटें लाती थी, लेकिन इस बार ये माहौल बदला है सभी के सामूहिक प्रयास से पार्टी मजबूती से लड़ी और अच्छी सीटें जीती और हमें 70 सीटें मिली हैं. पायलट ने कहा पिछली बार लोकसभा चुनाव में कांग्रेस खाता नहीं खोल पाई थी लेकिन इस बार कांग्रेस बीजेपी से ज्यादा सीटें जीत रही है.
गहलोत के साथ कड़वाहट पर क्या कहा
राजस्थान में विधानसभा चुनाव से पहले गहलोत-पायलट विवाद पर सचिन पायलट ने कहा कि नेतृत्व परिवर्तन और सत्ता परिवर्तन दोनों अलग चीजें हैं. राजस्थान में कुछ विषयों को लेकर मतभेद थे..लेकिन चुनाव से पहले सोनिया जी, राहुल जी, खड़गे जी ने उनपर बात की और हम कलेक्टिव एफर्ट से चुनाव लड़े और हमारे 70-71 कैंडिडेट जीते.
25 सितंबर की घटना पर क्या बोले पायलट
पार्टी छोड़ने के सवाल के जवाब में पायलट ने कहा कि जो भी हुआ वह सबके सामने हुआ. उस समय सरकार में कुछ चीजों को लेकर इश्यू था. पार्टी ने एक कमेटी की गठन किया. 25 सितंबर ऑब्जर्वर जयपुर आए. लेकिन किसी कारणवश मीटिंग नहीं हो पाई. विधायकों से बात करने के लिए दिल्ली से खड़ेग जी और अजय माकन जयपुर आए थे. कांग्रेस की सीएलपी मीटिंग नहीं हो पाई. पता नहीं उस मीटिंग से क्या रिजल्ट निकलकर आता. पायलट ने कहा अच्छा होता अगर वह मीटिंग हो जाती.
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