Rajasthan Politics: 13 मई 2008 को जयपुर में हुए सीरियल बम ब्लास्ट मामले में 4 आरोपियों को हाईकोर्ट द्वारा बरी करने पर पूर्व सीएम और बीजेपी नेता वसुंधरा राजे का बयान सामने आया है. पूर्व सीएम राजे ने कहा कि गुलाबी नगरी को रक्त रंजित कर 80 लोगों की जान लेने और कई लोगों को अपाहिज बनाने वाले मामले में कांग्रेस सरकार ने ढंग से पैरवी नहीं की. हाईकोर्ट का यह फैसला उसी का परिणाम है.
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राजे ने कहा कि घटना के बाद आतंकी संगठन इंडियन मुजाहिदीन ने इसकी जिम्मेदारी ली थी. ऐसे गम्भीर प्रकरण को सरकार ने जान बूझ कर हल्के में लिया .वरना निचली अदालत का फैसला बरकरार रहता. इस केस में तो सरकार के अतिरिक्त महाअधिवक्ताओं ने कई दिनों तक पैरवी ही नहीं की. कहीं सरकार के इशारे पर तो ऐसा नहीं हुआ?
बीजेपी नेता ने कहा कि आज उन परिवारों पर क्या बीती होगी जिनके अपने उस वक्त हुए धमाकों में जान गंवा बैठे. किसी का सुहाग उजड़ा तो किसी का भाई उससे जुदा हुआ. किसी का पिता, किसी की मां, किसी की बहन, किसी के बच्चे इस हादसे में चल बसे. क्या उनकी चीखें इस सरकार के कानों तक नही पहुंच रही. कहीं सरकार ने तुष्टिकरण के चलते तो ऐसा नहीं किया.
निचली अदालत ने सुनाई थी चारों आरोपियों को फांसी की सजा
2008 में हुए जयपुर सीरियल बम ब्लास्ट मामले में 4 आरोपियों को लोअर कोर्ट ने फांसी की सजा सुनाई गई थी. लेकिन 29 मार्च को राजस्थान हाईकोर्ट ने आरोपियों को बरी कर दिया गया. इस फैसले के बाद लगातार विरोध जताया जा रहा है. विपक्ष ने भी कांग्रेस सरकार को घेरा है. लेकिन अब राज्य सरकार ने हाईकार्ट के इस फैसले के खिलाफ उच्चतम न्यायालय में चुनौती देने का फैसला किया है.
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