किसानों ने लगाया पूर्व सीएम गहलोत पर वादाखिलाफी का आरोप, भजनलाल सरकार के खिलाफ खोला मोर्चा!

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Kisan protest: पंजाब और हरियाणा के बाद अब राजस्थान के किसान भी सरकार से आर-पार की लड़ाई शुरू कर दी है. पंजाब -हरियाणा के किसानों ने जहां अपने ट्रैक्टर्स लेकर राजधानी दिल्ली की तरफ कूच कर दिया है. दूसरी तरफ राजस्थान के बाड़मेर में किसानों ने पर्याप्त बिजली देने समेत 11 सूत्री मांगों को लेकर राजस्थान की भजनलाल सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.  

राजस्थान के बाड़मेर जिले की शिव विधानसभा क्षेत्र के भिंयाड कस्बे से तस्वीरें सामने आई हैं. जहां पिछले 8 दिन से लगातार किसान अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे. लेकिन, प्रशासन और सरकार से किसी तरह का संतोषजनक जवाब नहीं मिला तो हजारों किसान अपने -अपने ट्रेक्टर लेकर सड़कों पर उतर आए हैं.

इस बात से नाराज है राजस्थान के किसान

किसानों की मानें तो पूर्ववर्ती गहलोत सरकार ने पर्याप्त बिजली देने का वादा किया था. लेकिन, समस्या जस की तस रही. इसलिए ही यहां के किसानों ने तख्तापलट कर सरकार गिरा दी. किसानों का कहना है कि सत्ता में आने से पहले बीजेपी ने भी उनसे वादा किया था कि किसानों को पर्याप्त बिजली मिलेगी. बावजूद इसके सरकार बदलने के बाद भी हाल वही है. 

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किसानों के मुताबिक अपर्याप्त बिजली मिलने से उनके खेतों में खड़ी फसलें चौपट हो रही है. वहीं, ट्रिपिंग की समस्या के चलते आए दिन पानी की मोटरों समेत कृषि उपकरण भी जलकर नष्ट हो रहे हैं. ऐसे में किसानों को भारी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है.

क्या है आंदोलनकारियों की मांगे?

बता दें कि इन किसानों की प्रमुख मांग है कि किसान को प्रतिदिन 8 घंटे बिजली दी जाए. 132 केवी जीएसएस का निर्माण जल्द पूरा कर शुरू किया जाए. इसके अलावा स्थानीय किसानों के हक की बिजली जो जैसलमेर जिले में सप्लाई की जा रही है, उसे रोका जाए. पुराने और जले हुए ट्रांसफार्मर को बदलने के साथ हाई पॉवर ट्रांसफॉर्मर लगाने और बिजली की कमी के कारण हुए फसल खराबे का उचित मुआवजा दिलाने समेत 11 सूत्रीय मांगे भी हैं. 
 

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