बाड़मेर: कड़ाके की ठंड में मासूम बच्ची को झाड़ियों में फेंका, देवदूत बनकर आए 4 दोस्त

Barmer crime news: बाड़मेर में 15 घंटे की नवजात मासूम को मां-बाप ने झाड़ियों में फेंक दिया. रात भर कड़ाके की ठंड में मासूम ठिठुरती रही. तभी 4 दोस्त मासूम के लिए देवदूत बनकर आए. चारों दोस्तों ने अलसुबह बच्चे के रोने की आवाज सुनी तो झाड़ियों में नवजात बच्ची मिली. जिसको अस्पताल पहुंचाया, जिन्होंने […]

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Barmer crime news: बाड़मेर में 15 घंटे की नवजात मासूम को मां-बाप ने झाड़ियों में फेंक दिया. रात भर कड़ाके की ठंड में मासूम ठिठुरती रही. तभी 4 दोस्त मासूम के लिए देवदूत बनकर आए. चारों दोस्तों ने अलसुबह बच्चे के रोने की आवाज सुनी तो झाड़ियों में नवजात बच्ची मिली. जिसको अस्पताल पहुंचाया, जिन्होंने नवजात बच्ची की जान बचाई. घटना राजस्थान के बाड़मेर जिले के बालोतरा कस्बे की है.

जानकारी के अनुसार बालोतरा कस्बे में चार दोस्त सुबह-सुबह वॉकिंग के लिए निकले थे और वॉकिंग के बाद बालोतरा रेलवे स्टेशन के पास से घर लौट रहे थे. इस दौरान जब चारों को झाड़ियों में बच्ची के रोने की आवाज सुनाई दी तो चारों आसपास की झाड़ियां तलाशने लगे. आखिरकार चारों को नवजात बच्ची मिल गई. जिसे दोस्तों ने अस्पताल पहुंचाया. इन चार दोस्तों की सजगता से नवजात की जान बच पाई.

लिफाफे में बंद थी नवजात
मांगीलाल, प्रकाश कुमार, राजू और मुकेश सुबह-सुबह टहलने के बाद वापस घर लौट रहे थे. प्रत्यक्षदर्शी मुकेश ने बताया कि झाड़ियों में बच्ची के रोने की आवाज आ रही थी. काफी देर ढूंढा, आखिरकार नवजात बच्ची एक लिफाफे में मिली. जो शॉल से ढका हुआ था. आसपास के लोगों ने डराते हुए यह भी कहा कि पुलिस को सूचना दी तो खुद फंस जाओगे. लेकिन चारों दोस्त अस्पताल ले पहुंचे. जहां बच्ची को भर्ती करवाया, अब नवजात बच्ची स्वस्थ है.

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ठंड की वजह से बॉडी टेंप्रेचर कम था, बच्ची स्वस्थ है
डॉक्टरों ने बताया कि नवजात पूर्णतः स्वस्थ है. ठंड की वजह से नवजात का बॉडी टेंप्रेचर कम हो गया था, अब नॉर्मल है. बच्ची का वजन 2 किलोग्राम 700 ग्राम के आसपास है और करीब 15 घंटे पहले नवजात का जन्म हुआ है. जिसके बाद किसी ने उसे झाड़ियों में फेंक दिया.

दोस्तों की सजगता से बची नवजात की जान
बालोतरा रेलवे स्टेशन के पास स्थित झाड़ियों में आवारा सूअर और कुत्ते की भरमार है. गनीमत रही कि चारों दोस्तों ने नवजात के रोने की सुन ली. वरना, नवजात को आवारा कुत्ते और सूअर नोंच डालते.

निजी अस्पतालों के सीसीटीवी और रिकॉर्ड खंगालने में जुटी पुलिस
बाड़मेर जिले में झाड़ियों में नवजात मिलने का यह पहला मामला नहीं है. इससे पहले भी कई बार झाड़ियों में चीखते चिल्लाते नवजात बच्चे मिले है. फिलहाल इस मामले में पुलिस ने निजी अस्पताल के सीसीटीवी समेत बॉर्न बच्चों और उनके पेरेंट्स का रिकॉर्ड खंगालना शुरू कर दिया है. वहीं बालोतरा पुलिस मौका स्थल के भी सीसीटीवी खंगालने में जुट गई है. ताकि यह पता लगाया जा सके कि कड़ाके की ठंड में नवजात बच्ची को मरने के लिए झाड़ियों में किसने फेंक दिया.

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