कहीं आपका पैसा तो नहीं? बैंक में जमा अनक्लेम्ड डिपॉजिट सरकार लौटा रही है, मिनटों में ऐसे करें क्लेम

सरकार के खुलासे के बाद बैंकों में पड़े अनक्लेम्ड डिपॉजिट खोजने की रफ्तार तेज हुई है. उदगम समेत कई पोर्टल से आप मिनटों में पता कर सकते हैं कि आपके नाम कोई भूला हुआ बैंक पैसा तो नहीं, जो ऑनलाइन क्लेम प्रक्रिया को आसान और तेज बनाती है.

Bank Unclaimed Deposit
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Bank Unclaimed Deposit: अनक्लेम्ड डिपॉजिट उसे कहा जाता है जो पैसे बैंक अकाउंट में जमा तो होते हैं लेकिन लोग क्लेम नहीं करते. लोग या तो डिपॉजिट करके भूल जाते हैं या गुजर जाते हैं. कई सारे अकाउंट केवाईसी अपडेट नहीं होने से ठप हो जाते हैं. कुछ ट्रांजेक्शन नहीं होने से डोरमेंट हो जाते हैं. अकाउंट होल्डर की मौत होने या नॉमिनी नहीं होने से भी पैसे फंस जाते हैं.

इस बीच संसद में सरकार ने चौंकाने वाला खुलासा किया. सरकार ने नंबर दिए कि करीब 90-95 हजार करोड़ बैंकों में पड़े हैं जिनका कोई नामलेवा है. अब बैंकों ने ढूंढ-ढूंढकर लोगों को उनके अनक्लेम्ड डिपॉजिट लौटाने शुरू किए हैं. अक्टूबर में शुरू की गई सरकार की स्कीम आपकी पूंजी, आपका अधिकार कैंपेन गेमचेंजर बनकर अनक्लेम्ड डिपॉजिट को लोगों को पहुंचाने का काम कर रहा है.

ये लोग कर सकते हैं पैसों का दावा

अनक्लेम्ड डिपॉजिट बैंकों के पास होता है. कोई ट्रांजेक्शन नहीं होने से बैंक आरबीआई को पैसे भेज देते हैं. 2 से 10 साल तक कोई टांजेक्शन नहीं होने वाले अकाउंट को इनऑपरेटिव अकाउंट्स आरबीआई के Depositor Education and Awareness Fund DEA Fund Scheme में शामिल किया जाता है. फिर शुरू होती है अनक्लेम्ड डिपॉजिट के सच्चे मालिक की तलाश.
अकाउंट होल्डर खुद या कानूनी वारिस पैसों का दावा कर सकते हैं.

तीन साल में लौटाए 10 हजार करोड़

सरकार, आरबीआई और बैंकों की मुहिम का असर ये हुआ है कि 3 साल में 10 हजार करोड़ अमाउंट उन लोगों को लौटा दिए गए जो पैसों को असली हकदार थे. जून तक सरकारी बैंकों ने आरबीआई के DEA Fund में 58 हजार और प्राइवेट बैंकों ने 9 हजार करोड़ ट्रांसफर किए. सबसे ज्यादा अनक्लेम्ड डिपॉजिट एसबीआई में मिला. अकेले एसबीआई ने 19 हजार 330 करोड़ जमा किए. नई मुहिम के तहत SBI ने 16 लाख अकाउंट्स की पहचान करके 3868 करोड़ लोगों को लौटा दिए.

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सभी बैंक वेबसाइटों पर अनक्लेम्ड अकाउंट की लिस्ट आने लगी है. जितना संभव है उतनी डिटेल डालकर पता कर सकते हैं कि आपके भी किसी भूले-बिसरे अकाउंट में कहीं पैसे तो नहीं मिले. ये एक तरह से गड़ा खजाना है जिसका पता ऑनलाइन सर्च करके किया जा सकता है.

हजारों करोड़ अनक्लेम्ड पैसें जमा होने का दावा

अनक्लेम्ड डिपॉजिट को लेकर सरकार ने ईमानदारी भी दिखाई है और कोशिश की है कि जिसका पैसा है उसे वो मिलना चाहिए. हाल में Hindustan Times Leadership Summit में पीएम मोदी ने आंकड़ा दिया कि बैंकों में 78 हजार करोड़ और इंश्योरेंस कंपनियों में 14 हजार करोड़ ऐसे पड़े जिन पर क्लेम करने कोई आ नहीं रहा है. इतना ही नहीं, म्युचुअल फंड और डिविडेंड के भी 9 हजार करोड़ अनक्लेम्ड हैं.

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इन पोर्टल्स पर करें जांच

अनक्लेम्ड डिपॉजिट को लेकर सरकार ने गजब फुर्ती दिखाई है. एक नहीं, कई पोर्टल एक्टिवेट किए हैं जहां लोग पता कर सकते हैं. आरबीआई क उदगम पोर्टल, Insurance Regulatory and Development Authority of India के भरोसा पोर्टल, सेबी के मित्र पोर्टल, मिनिस्ट्री ऑफ कॉरपोरेट अफेयर्स IEPFA Portal से पता किया जा सकता है कि आपका भी कोई अनक्लेम्ड डिपॉजिट तो कहीं नहीं पड़ा है. ऑनलाइन के साथ 477 जिलों में facilitation camp लगाकर लोगों को मदद की जा रही है. उदगम पोर्टल पर 30 सरकारी-प्राइवेट बैंक लिस्टेड हैं.

यहां देखें पैसा निकालने की पूरी प्रक्रिया

उदगम पोर्टल पर मोबाइल नंबर के साथ लॉगिन बनाना होगा. लॉगिन करने के बाद नाम डालना होगा और ये भी कि किस बैंक में अकाउंट है. फिर डेथ ऑफ बर्थ, पैन नंबर, पासपोर्ट, डीएल नंबर में से कोई भी डालने से पता चलेगी बैंक अकाउंट की डिटेल. डिटेल मिलने के बाद बैंक से संपर्क करिए. बैंक जो जैसा कहे केवाईसी पूरा करके या तो अकाउंट ऑपरेटिव करा सकते हैं या अनक्लेम्ड डिपॉजिट निकाल सकते हैं.

यहां देखें खबर का वीडियो

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