Jaipur: इधर बिजनेसमैन की पड़ी थी लाश उधर खूबसूरत प्रेमिका निकली थी चारधाम यात्रा पर, मर्डर मिस्ट्री उड़ा देगी होश

विशाल शर्मा

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जयपुर में एक बिजनेसमैन की हत्या के मामले में पुलिस खुलासे का दावा कर रही है. मामले की जांच में पुलिस भी बुरी तरह उलझ गई थी. इस मर्डर का कनेक्शन हनीट्रैप (Honeytrap) से है. आरोपी महिला और उसका पति भी इस मर्डर में शामिल थे. पुलिस ने आरोपी महिला, उसके पति समेत थ सहयोगियों को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस की मानें तो आरोपियों की नजर बिजनेसमैन के पैसों पर थी. इसलिए महिला ने पहले बिजनेसमैन को फंसाया फिर उसके साथ जो किया वो रुह कंपाने वाला था.  

पुलिस उपायुक्त जयपुर उत्तर राशि बोगरा डूडी ने बताया कि बीते 28 मई को मृतक दिलीप सांवरिया के पिता पीयुष सांवरिया ने गलतागेट पुलिस थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दी. रिपोर्ट के मुताबिक 20 मई की रात करीब 10.30 बजे उसके पिता फरीदाबाद जाने का कहकर निकले थे, जो वापस नहीं लौटे.

जिसके बाद पुलिस ने पड़ताल शुरू की तो पता चला की दिलीप सांवरिया को किसी अंजली नाम की लड़की ने अपने जानकारों के साथ में मिलने बुलाया है. जिसके बाद पुलिस संदिग्ध फ्लैट पर पहुंची. जहां दिलीप सांवरिया के मर्डर के सबूत मिले. पुलिस ने आसपास के गंदे नालों में छानबीन की तो दिलीप की लाश मिली.

लड़की ने लिए 30 हजार रुपए, उधार वापस मांग रहा था दिलीप

पुलिस पूछताछ में पता चला कि आरोपी अंजली सोनी का दिलीप सांवरिया के साथ संबंध था. उसने दिलीप से 30 हजार रूपए भी उधार ले रखे थे. लेकिन बार-बार दिलीप के बोलने पर अंजली उससे परेशान हो गई. ऐसे में अंजली सोनी ने अपने पति टेक्सी ड्राइवर प्रदीप और दिल्ली के जानकार गिरोह के दोस्तों के साथ मिलकर एक योजना बनाई.

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जिसके तहत अंजली 3 मई को ही जयपुर से दिल्ली चली गई और वहां दिलीप सांवरिया को मिलने के बहाने बुलाया. हालांकि पहले तो दिलीप तैयार नहीं हुआ, लेकिन बाद में 20 मई को बस के जरिए दिलीप जयपुर से दिल्ली आ गया. जहां दिल्ली में लड़की ने दिलीप सांवरिया को एक कमरे पर रखा. फिर गिरोह में शामिल विजय ने दिलीप सांवरिया को छोड़ने के लिए 50 लाख रुपए फिरौती की मांग की. 

दिल्ली में हत्या के बाद मृतक का फोन जयपुर लाकर कर दिया स्विच ऑफ

लेकिन घर वाले रुपए लेकर दिल्ली नही आये तो अंजली सोनी के सामने ही विजय, संतोष, मनीष, मुकेत और गोविन्दा ने दिलीप सांवरिया के हाथ-पांव बांध दिए और मुंह पर टेप चिपका दी. फिर 21 मई को ही अंजली सोनी जयपुर आ गई और दिलीप सांवरिया गिरोह के कब्जे में दिल्ली में ही था. करीब 2 दिन बाद गिरोह का सदस्य विजय दिल्ली से जयपुर आया और अंजली सोनी और उसके पति प्रदीप को दिलीप सांवरिया की हत्या कर उसकी लाश को नाले में फेंकने की जानकारी दी.

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यही नहीं शातिर हत्यारों ने मृतक दिलीप सांवरिया के फोन को भी दिल्ली से जयपुर में लाकर स्विच ऑफ कर दिया, जिससे पुलिस को शक ना हो और फिर वो वापस दिल्ली भी चले गए. आरोपियों ने फरारी काटने के लिए चार धाम दर्शन किए, लेकिन चंबोली में गोपेश्वर मंदिर में पुलिस ने आरोपी विजय और संतोष कुमार को गिरफ्तार किया. जिसके बाद इस पूरे मामले का खुलासा हुआ. 

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