कोटा में कांग्रेस को बड़ा झटका, नगर निगम मेयर ने पार्टी से इस्तीफा देकर ज्वॉइन की बीजेपी
लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी ने पूर्व मंत्री शांति धारीवाल के खेमे से एक बड़े नेता को तोड़कर पार्टी में शामिल कर लिया है. जिसके बाद कांग्रेसी खेमे में खलबली मच गई है.
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लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस और बीजेपी, दोनों ही पार्टियां एक-दूसरे के खेमे में तोड़-फोड़ करती नजर आ रही है. अब बड़ी खबर कोटा (Kota) से है, जहां बीजेपी (BJP) ने पूर्व मंत्री शांति धारीवाल (Shanti dhariwal) के खेमे से एक बड़े नेता को तोड़कर पार्टी में शामिल कर लिया है. यह कोई संगठन का पदाधिकारी ही नहीं, बल्कि कोटा दक्षिण नगर निगम का मेयर है. राजीव अग्रवाल को पार्टी ज्वॉइन कराकर बीजेपी ने कांग्रेस के खेमे में खलबली मचा दी.
राजीव अग्रवाल ने बीजेपी का दामन थाम लिया है. आज 30 मार्च शाम 5 बजे मेयर ने बीजेपी नेता हरिकृष्ण बिरला, नेता प्रतिपक्ष विवेक राजवंशी समेत कहीं नेताओं की मौजूदगी में बीजेपी ज्वॉइन क ली. इस दौरान बीजेपी के कई पार्षद भी मौजूद रहे. हालांकि उनके पार्टी से जुड़ने को लेकर कई दिनों से चर्चा चल रही थी.
धारीवाल समर्थक नेता के बीजेपी में जाने से परेशानी प्रहलाद गुंजल के लिए खड़ी हो गई है. क्योंकि वर्षों पुरानी दुश्मनी भुलाकर प्रहलाद गुंजल (prahlad gunjal) और शांति धारीवाल साथ आ गए हैं. कोटा-बूंदी लोकसभा सीट से कांग्रेस ने बीजेपी के दिग्गज नेता रहे गुंजल को प्रत्याशी बनाया है. लेकिन हाड़ौती के इन दोनों सियासी दुश्मनों के बीच अदावत कम होती नहीं दिख रही है. इस बीच बीजेपी भी सेंधमारी की कोशिश में कामयाब रही है.
कांग्रेस कार्याल में बैठक के दौरान भिड़ चुके हैं धारीवाल-गुंजल
पार्टी के लिए यह झटका इसलिए भी बड़ा हैं क्योंकि कोटा के मौजूदा सांसद और लोकसभा स्पीकर ओम बिरला को चुनौती देने के लिए धारीवाल-गुंजल एक साथ तो आ गए हैं. लेकिन गुमानपुरा कांग्रेस कार्यालय में बैठक के दौरान दोनों उलझते भी नजर आए. जिसके बाद उनके समर्थकों ने भी नारेबाजी शुरू कर दी.
यहां जानिएः प्रहलाद गुंजल को कांग्रेस से टिकट मिलने के बाद धारीवाल क्यों है बड़ी चुनौती? वर्षों पुरानी दुश्मनी भुलाकर साथ आए तो मंच पर बरस गए
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