दौसा: राहुल गांधी ‘मीणा हाईकोर्ट’ में करेंगे विश्राम, जानें कैसे पड़ा इसका ये नाम

Sandeep Mina

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Meena High count Full Story: भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल गांधी ‘मीणा हाईकोर्ट’ में विश्राम करेंगे. नाम सुनने से ऐसा लग रहा है जैसे ये कोई विशेष उच्च न्यायालय है. यहां देश के प्रधानमंत्री मोदी से लेकर कई बड़े नेता आ चुके हैं. भाजपा नेता किरोड़ी लाल मीणा ने यहीं से कई आंदोलन किए और समाज में कुप्रथा को एक साथ बैठकर एक मंच से दूर करने की कोशिश की. ऐसा कहा जाता है कि किरोड़ी लाल मीणा के एक आंदोलन से ही इसका नाम मीणा हाईकोर्ट पड़ा. जानिए इसकी कहानी…

दौसा विधानसभा क्षेत्र के नांगल प्यारीवास में स्थित मीणा हाईकोर्ट में राहुल गांधी के आने को लेकर तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं. दौसा के मंत्री-अधिकारी लगातार व्यवस्थाओं का जायजा ले रहे हैं. मीणा हाईकोर्ट में ही लोकसभा चुनाव के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी आए थे और जय पपलाज माता की जयकारा लगाकर जनसभा को संबोधित किया था.

भारत जोड़ो यात्रा 15 दिसंबर के करीब बगड़ी गांव लालसोट के मार्ग दौसा जिले में प्रवेश करेगी. इसके बाद यात्रा का रात्रि विश्राम लालसोट विधानसभा क्षेत्र में रहेगा. इसके बाद भारत जोड़ो यात्रा दौसा विधानसभा क्षेत्र के नांगल प्यारीवास में पहुंचेगी जहां ‘मीणा हाईकोर्ट’ स्थित है. यहीं पर भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल गांधी मीणा हाईकोर्ट में ही रात्रि विश्राम करेंगे.

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मीणा बाहुल्य क्षेत्र विश्राम की है वजह
नांगल प्यारीवास का ये पूरा इलाका मीणा बाहुल्य क्षेत्र है. इसलिए राहुल गांधी की यात्रा के विश्राम स्थल के रूप में इसे चुना गया है. ऐसा माना जाता है कि यहां से होने वाले आंदोलन, रैलियों का की गूंज पूरे राजस्थान में होती है. आंदोलन की वजह से ही इस जगह का नाम मीणा हाईकोर्ट पड़ा.

इस एक आंदोलन से इसका नाम पड़ा- ‘मीणा हाईकोर्ट’
पूरे प्रदेश में जिस स्थान से आंदोलनों की गूंज होती है उसका नाम ‘मीणा हाईकोर्ट’ भी एक आंदोलन की वजह से ही पड़ा था. स्थानीय लोगों से प्राप्त जानकारी के अनुसार 1993 में एक विवाहिता ने अपनी मां और अपने प्रेमी चाचा के साथ मिलकर पति को मौत के घाट उतार दिया था. जिसके बाद नांगल राजावतान थाने में आईपीसी की धारा 302 में एफआईआर दर्ज हुई.

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चूड़ियावास गांव में हुई पंचायत
जानकारी के अनुसार ग्रामीण पुलिस की कार्रवाई से संतुष्ट नहीं हुए और चूड़ियावास गांव में 11 गांवों की महापंचायत आयोजित हुई. जिसमें पंच पटेलों ने पत्नी और उसके प्रेमी को हत्या का दोषी करार देते हुए गांव में निर्वस्त्र घुमाने की सजा सुना दी थी. मुंह काला किया गया. दोनों को चूड़ियावास गांव में जूलूस निकालकर पैदल ही ग्रामीणों द्वारा नांगल राजावतान लाया गया. इसी दौरान दौसा ,नांगल राजावतान पुलिस ने प्यारीवास से पंचों को गिरफ्तार कर लिया.

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पंचों की गिरफ्तारी से भड़के ग्रामीण
पंचों की गिरफ्तारी से ग्रामीण भड़क गए. कुछ लोगों ने न्यायालय में पंचों की जमानत याचिका भी लगाई, लेकिन जमानत खारिज हो गई. इसके बाद यहां के ग्रामीणों ने दौसा जिले के छोटे बड़े नेताओं के दरवाजे पर दस्तक दी, लेकिन कोई नहीं आया. आखिरकार ग्रामीणों ने पूर्वी राजस्थान के बड़े नेता किरोड़ी लाल मीणा का दरवाजा खटखटाया.

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किरोड़ी लाल मीणा ने किया आंदोलन
इसके बाद किरोड़ी लाल मीणा ने आंदोलन शुरू किया. इधर आंदोलन ने हिंसा का रूप ले लिया. इसके बाद सरकार ने कई बार किरोड़ी लाल मीणा और ग्रामीणों से वार्ता भी की, लेकिन वार्ता असफल रही. इसके बाद किरोड़ी लाल मीणा ने दौसा कूच का आह्वान किया. यह कहा कि हमें बिना जमानत के हमारे पंच पटेल चाहिए.

उस वक्त भैरो सिंह शेखावत थे सीएम
आपको बता दें कि उस वक्त राजस्थान में भैरो सिंह शेखावत मुख्यमंत्री थे. दौसा कूच के आह्वान के बाद सरकार के हाथ पैर फूल गए. उन्होंने सभी पंच पटेलों को बिना जमानत के किरोड़ी लाल मीणा और ग्रामीणों के हवाले कर दिया. इसी के बाद नांगल प्यारीवास के इस जगह का नाम ‘मीणा हाईकोर्ट’ पड़ गया.

इसलिए मीणा हाईकोर्ट को राहुल गांधी के रात्रि विश्राम के लिए चुना गया है. उसके बाद दौसा सिटी से होती हुई यात्रा सिकराय विधानसभा क्षेत्र में प्रवेश करेगी. दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे की भूमि पर भांडारेज के समीप भारत जोड़ो यात्रा रात्रि विश्राम करेगी.

यहां क्लिक करके देखिए मीणा हाईकोर्ट की खास तस्वीरें

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