1971 भारत-पाक युद्ध के नायक भैरोसिंह के निधन पर पीएम मोदी ने जताया दुख, देशभर में शोक की लहर

राजस्थान तक

19 Dec 2022 (अपडेटेड: Dec 20 2022 3:47 AM)

Jodhpur News: 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान लोंगेवाला की लड़ाई में अपने पराक्रम और शौर्य से दुश्मन सैनिकों को ढेर करने वाले नायक भैरोसिंह ने आज जोधपुर के एम्स हॉस्पिटल में अंतिम सांस ली. जानकारी के अनुसार भैरोसिंह का शव कुछ ही देर में जोधपुर एम्स हॉस्पिटल से पहले मंडोर बीएसएफ हेड क्वार्टर और […]

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Jodhpur News: 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान लोंगेवाला की लड़ाई में अपने पराक्रम और शौर्य से दुश्मन सैनिकों को ढेर करने वाले नायक भैरोसिंह ने आज जोधपुर के एम्स हॉस्पिटल में अंतिम सांस ली. जानकारी के अनुसार भैरोसिंह का शव कुछ ही देर में जोधपुर एम्स हॉस्पिटल से पहले मंडोर बीएसएफ हेड क्वार्टर और फिर पैतृक गांव सोलंकिया तला ले जाया जाएगा. भैरो सिंह के निधन पर पीएम नरेंद्र मोदी ने दुख जताया.

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भैरो सिंह राजस्थान के जोधपुर जिले के शेरगढ़ इलाके के सोलंकिया तला के रहने वाले थे. 80 साल के भैरो सिंह 31 दिसंबर 1987 में बीएसएफ से रिटायर्ड हुए थे. सीने में दर्द और बुखार होने के बाद उन्हें जोधपुर एम्स हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था. भैरो सिंह के निधन की खबर मिलते ही देश में शोक की लहर छा गई.

वहीं, पीएम नरेंद्र मोदी ने भी ट्वीट कर उनके निधन पर दुख जताया. मोदी ने ट्वीट कर कहा कि “देश के नायक भैरो जी को उनके अविश्वसनीय योगदान के लिए हमेशा याद किया जाएगा. उन्होंने देश के इतिहास के गंभीर क्षणों में अदम्य साहस और शौर्य का परिचय दिया था. उनके निधन से बेहद दुखी हूं. इस कठिन समय में मेरी सांत्वना उनके परिवार के साथ है. ओम शांति.”

गौरतलब है कि विजय दिवस के दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भैरोसिंह के बेटे सवाई सिंह से बात कर कुशलक्षेम पूछी थी. इससे पहले भैरो सिंह को 27 सितंबर को भी एम्स में भर्ती कराया गया था. जहां पर कुछ दिन इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई थी. साथ ही एम्स प्रशासन ने भर्ती होने के बाद भैरो सिंह का निशुल्क इलाज करने का फैसला लिया था. लंकियातला गांव में जन्में भैरो सिंह राठौड़ 1963 में बीएसएफ में भर्ती हुए. वर्ष 1971 में भारत पाकिस्तान का युद्ध हुआ जो 13 दिन चला. युद्ध के समय वह डी-कंपनी की 14वीं बटालियन के तीसरे प्लाटून में तैनात थे. इस युद्ध के दौरान वे पंजाब बटालियन के लिए गाइड की भूमिका में थे. जिसमें भैरो सिंह ने कई पाकिस्तानी दुश्मनों को मार गिराया था.

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