Barmer News: जिस घर में शहनाई गूंजने का इंतजार था वहां अब सन्नाटा पसरा हुआ है. जोधपुर में सिलेंडर ब्लास्ट के चलते दूल्हा और बाराती जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहे है. वहीं, युवती ओमकंवर के घर में शादी की खुशियां गम में तब्दील है. दुल्हन के परिजन बारात के स्वागत की तैयारियों में जुटे थे. जो अब धरी की धरी रह गई. यह पूरा मामला राजस्थान के बाड़मेर जिले के खोखसर गांव की है. जहां जोधपुर के शेरगढ़ से बारात आनी थी. लेकिन विवाह समारोह में गैस सिलेंडर की त्रासदी ने सबकुछ छीन लिया. जिसके बाद समारोह को स्थगित कर दिया गया है.
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दरअसल, जोधपुर के शेरगढ़ भूंगरा में 8 दिसंबर को विवाह समारोह में सिलेंडर फटने के चलते दूल्हे समेत करीब 60 लोग झुलस गए थे. आज सुबह इलाज के दौरान 3 मरीजों की मौत होने के साथ ही मृतकों का आंकड़ा 11 तक पहुंच गया है. अन्य 43 घायलों का इलाज जोधपुर के एमजीएच हॉस्पिटल में चल रहा है.
इधर, दुल्हन के हाथों में मेंहदी लग चुकी थी. दुल्हन को बारात का इंतजार था. बारातियों के लिए टेंट लगाने के साथ ही मंडप सजाने की तैयारी हो चुकी थी. लेकिन इस त्रासदी ने सबको हिलाकर रख दिया है. घटना सुनकर दुल्हन भी सदमें में है. जबकि परिवार के लोग भी गमगीन हो गए।
बारात के स्वागत में जुटे दुल्हन के भाई ने किया फोन तो सुनाई दी रोने की आवाज
दुल्हन के घर में 250 से अधिक मेहमान पहुंच चुके थे. महिलाएं रस्मों रिवाजों के साथ गीत गाते हुए तैयारियों में जुटी थी. गुरुवार करीब 3ः30 बजे के वक्त दूल्हन के भाई हेमसिंह ने फोन करके बारात रवाना होने के बारे में पता किया. तो दूल्हे के घर में रोने की आवाज सुनाई दी. दूल्हे के घर में हादसे की खबर मिलते ही आनन फानन में टेंट को हटा दिया गया. तैयारियों में जुटे मेहमान बिखरने लगे. हादसे के बाद शादी को स्थगित करना पड़ा.
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