दौसा में होगा त्रिकोणीय मुकाबला, पायलट के करीबी नेता का कांग्रेस के खिलाफ चुनाव लड़ने का ऐलान

Sandeep Mina

18 Mar 2024 (अपडेटेड: Mar 18 2024 4:36 PM)

लोकसभा चुनाव-2024 को लेकर दौसा में सियासत गरमा गई है. भले ही बीजेपी और कांग्रेस ने अपने प्रत्याशियों की घोषणा नहीं की है. खास बात यह है कि दोनों पार्टियों के सामने पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट के खास युवा नेता ने ताल ठोंक दी है.

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लोकसभा चुनाव-2024 को लेकर दौसा (Dausa) में सियासत गरमा गई है. भले ही बीजेपी (BJP) और कांग्रेस ने अपने प्रत्याशियों की घोषणा नहीं की है, लेकिन यहां मुकाबला त्रिकोणीय होने की बात की जा रही है. खास बात यह है कि दोनों पार्टियों के सामने पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट (Sachin Pilot) के खास युवा नेता ने ताल ठोंक दी है. इस युवा नेता का कहना है कि वह 27 मार्च को नामांकन भी दाखिल करेंगे. नरेश मीणा ने चुनाव लड़ने को लेकर ऐलान पर चुनावी कार्यालय शुरू करने की बात कही. साथ ही कहा कि 27 मार्च को वे नामांकन दाखिल करेंगे.

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युवा नेता नरेश मीणा ने अपने युवा कार्यकर्ताओं को गांव-गांव जाकर पीले चावल वितरित करने की जिम्मेदारी दी. ताकि नामांकन रैली में अधिक से अधिक लोग शामिल हो सके. बता दें कि नरेश मीणा बारां जिले के रहने वाले हैं और राजस्थान विश्वविद्यालय में छात्र नेता रहे हैं. हाल ही में दिसंबर में हुए विधानसभा चुनाव में उन्होंने छिपाबड़ोद विधानसभा सीट से निर्दलीय के रूप में चुनाव लड़ा था और उन्हें 43 हजार 921 मत मिले थे. 

जिसके बाद अब वह दौसा सीट से भाग्य आजमाने जा रहे हैं और उनका दावा यह भी है कि उनके सामने कोई नहीं टिकेगा. बता दें कि नरेश मीणा कांग्रेस पार्टी से जुड़े हुए थे और वह कांग्रेस पार्टी से ही टिकट भी मांग रहे थे. राजस्थान तक से खास बातचीत में उन्होंने कांग्रेस के बड़े नेताओं पर जमकर जुबानी हमला बोला और कहा कि मैं लगातार कह रहा हूं कि मुझे कांग्रेस में ले लो, लेकिन राजस्थान के नेता सिर्फ टालमटोल कर रहे हैं.

पायलट से भी जताई नाराजगी!

मीणा ने यहां तक कहा कि दौसा से कांग्रेस का टिकट सचिन पायलट के हाथों में हैं. पायलट जिसे कहेंगे, उसे ही टिकट मिलेगा. लेकिन उसके बावजूद भी मुझ पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है. हमारे आगे-पीछे कोई आका नहीं है, इसलिए हमारी कोई तरफदारी नहीं कर रहा है. नेताओं के पास ही ठेका है कि उनके परिवार और उनके बच्चे ही चुनाव लड़े और मंत्री बने. दोसा को राजेश पायलट, किरोड़ी लाल और नवल किशोर जैसे नेताओं की जरूरत है. मैंने मुरारी लाल मीणा की बेटी निहारिका के लिए भी बड़ी मेहनत की थी और सबके लिए करता आया हूं. लेकिन उसके बावजूद मेरे लिए कोई मेहनत नहीं करता. मेरे पास बीजेपी से भी ऑफर आया था, लेकिन मैं बीजेपी में नहीं जाऊंगा.

बीजेपी ने भी किया था वादा

उन्होंने कहा "बीजेपी ने वादा किया था कि तुम्हें बड़ी गाड़ी मिलेगी, लेकिन मैं कांग्रेस के साथ था. कांग्रेस के साथ ही रहूंगा. पायलट के नाम पर चुनाव लड़ा गया, लेकिन सरकार बनने के बाद मुख्यमंत्री किसी और को बना दिया गया. किरोड़ी लाल मीणा के साथ भी दगा हुआ और उनको भी आगे बढ़ने नहीं दिया गया. हनुमान बेनीवाल का भी यही हाल है, उनके खिलाफ भी साजिश रची गई."  

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