Wrestlers Protest: भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ धरना दे रहे पहलवानों ने ऐसा ऐलान किया है जिसकी किसी को उम्मीद नहीं थी. उन्होंने ऐलान किया है कि वे 30 मई को शाम 6 बजे अपने मेडल हरिद्वार में गंगा नदी में बहा देंगे. अब इस मामले पर आरएलपी मुखिया हनुमान बेनीवाल का बड़ा बयान सामने आया है.
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हनुमान बेनीवाल ने कहा- मेरी पहलवानों से अपील है की केंद्र सरकार की हठधर्मिता से आहत होकर अपनी मेहनत से अर्जित किए गए मेडल्स को गंगा में बहाने का निर्णय वापस लें. क्योंकि मेडल्स को गंगा में बहाने का निर्णय हताशा का प्रतीक है और हताश होकर कोई भी लड़ाई नहीं जीती जा सकती है. आज पूरा देश आपके साथ खड़ा है. राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी संघर्ष में हर कदम पर आपके साथ खड़ी है और निश्चित तौर पर न्याय की लड़ाई में सच्चाई की जीत होगी.
पीएम मोदी और अमित शाह से की ये अपील
हनुमान बेनीवाल ने ट्वीट कर आगे लिखा- मेरी पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह से अपील है कि आप तत्काल इस मामले में हस्तक्षेप करें और पहलवानों से सकारात्मक वार्ता करें. पहलवान इंसाफ मांग रहे हैं और लोकतंत्र में इंसाफ की उम्मीद चुनी हुई सरकार से होती है. इसलिए हठधर्मिता को त्याग कर त्वरित प्रभाव से इस मामले में न्यायोचित निर्णय लेवे क्योंकि पहलवानों ने यदि मेडल्स को गंगा में बहा दिया गया तो यह देश के लिए शर्मिंदगी का बहुत बड़ा विषय अंतर्राष्ट्रीय मंच पर बनेगा.
पहलवानों ने आमरण अनशन का भी किया ऐलान
पहलवानों ने मेडल प्रवाहित करने के बाद आमरण अनशन करने का भी ऐलान किया है. पहलवानों ने ट्वीट कर बताया कि इन मेडल्स के गंगा में बह जाने के बाद हमारे जीने का कोई मतलब नहीं रह जाएगा. इसलिए हम इंडिया गेट पर आमरण अनशन करेंगे. इंडिया गेट हमारे उन शहीदों की जगह है जिन्होंने देश के लिए अपनी देह त्याग दी. हम उनके जितने पवित्र तो नहीं हैं लेकिन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलते वक्त हमारी भावना भी उन सैनिकों जैसी ही थी.
गौरतलब है कि भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर कई महिला पहलवानों ने यौन शोषण के आरोप लगाए थे. इसके बाद मामले में उचित कार्रवाई की मांग को लेकर कई ओलंपिक पदक विजेता पहलवान धरने पर बैठे हुए हैं.
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