Rajasthan: भजनलाल सरकार का बड़ा कदम, अब अविवाहित महिला भी बन सकेंगी आंगनबाड़ी सहायिका, मानदेय भी 10% बढ़ाया
Rajasthan: भजनलाल सरकार ने आंगनबाड़ी में काम करने वाली सहायिका को लेकर एक बड़ा फैसला किया है. फैसले के मुताबिक अब अविवाहित महिला भी आंगनबाड़ी सहायिक बन सकती है.
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Jaipur News: भजनलाल सरकार (Bhajanlal Sharma) ने आंगनबाड़ी में काम करने वाली सहायिका को लेकर एक बड़ा फैसला किया है. फैसले के मुताबिक अब अविवाहित महिला भी आंगनबाड़ी सहायिक बन सकती है. इस फैसले को लेकर डिप्टी सीएम दीया कुमारी (Diya Kumari) ने मंजूरी प्रदान की. आंगनबाड़ी में काम करने की इच्छुक महिलाओं के लिए यह अच्छी खबर है.
डिप्टी सीएम दीया कुमारी ने आंगनबाड़ी के नियमों में संशोधन करते हुए अविवाहित महिलाओं को राहत दी है. दीया कुमारी ने महिला सशक्तीकरण को बढ़ावा देने के लिए यह कदम उठाया है. अब प्रदेश की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका के पदों के आवेदन के लिए सभी महिलाएं पात्र मानी जाएगी. मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में राज्य में पहली बार महिलाओं के लिए ऐतिहासिक कदम उठाया गया है.
मानदेय में 10% की बढ़ोत्तरी
इस बारे में महिला एवं बाल विकास शासन सचिव श्रीकृष्ण कुणाल ने जानकारी देते हुए कहा कि डिप्टी सीएम दीया कुमारी द्वारा आंगनबाड़ी मानदेय कर्मियों की चयन शर्तों में संशोधन की स्वीकृति देकर अविवाहित महिलाओं को भी इस क्षेत्र में अवसर देने की पहल की गई है.
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अप्रैल से मिलेगा बढ़ा हुआ मानदेय
उन्होंने बताया कि प्रदेश में जो महिलाएं 2 वर्ष के कार्य का निरंतर अनुभव रखती हैं, उन्हें आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका के लिए आवेदन करने पर अनुभव के आधार पर वरीयता दिए जाने की स्वीकृति दी गई है. अनुभव प्राप्त महिलाओं को बोनस के तौर पर 4 अंक दिए जाएंगे. जिससे उनके चयन में सहायता मिलेगी. इसके अलावा मानदेय में 10 प्रतिशत की वृद्धि को स्वीकृति दी है. आंगनबाड़ी सहायिका को बढ़ा हुआ 10 प्रतिशत मानदेय अप्रैल माह से मिलना शुरू होगा.
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