भूपेंद्र सारण ने पुलिस के सामने उगले कई राज, बोला- जयपुर के सरकारी टीचर से 40 लाख में खरीदा था पेपर
Rajasthan News: पेपर लीक के मास्टरमाइंड भूपेंद्र सारण को पुलिस ने बेंगलुरु से गिरफ्तार कर लिया और उसे उदयपुर लेकर आई. हाथीपोल थाने में उससे पूरे दिन पूछताछ की गई जिसमें उसने कई राज उगले. सारण ने बताया कि पेपर सरकारी टीचर शेरसिंह मीणा से उसने ₹40 लाख में खरीदा और उसके बाद ₹5-5 लाख […]
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Rajasthan News: पेपर लीक के मास्टरमाइंड भूपेंद्र सारण को पुलिस ने बेंगलुरु से गिरफ्तार कर लिया और उसे उदयपुर लेकर आई. हाथीपोल थाने में उससे पूरे दिन पूछताछ की गई जिसमें उसने कई राज उगले. सारण ने बताया कि पेपर सरकारी टीचर शेरसिंह मीणा से उसने ₹40 लाख में खरीदा और उसके बाद ₹5-5 लाख में अन्य अभ्यर्थियों को यह पेपर बेचा गया. जयपुर का चौमू निवासी यह टीचर पेपर लीक का माफिया बताया जा रहा है.
उदयपुर पुलिस के मुताबिक, 24 दिसंबर को सेकंड ग्रेड परीक्षा का जनरल नॉलेज का पेपर था. उस दिन भूपेंद्र सारण ने ही सरकारी टीचर शेरसिंह मीणा को यह पेपर उपलब्ध करवाया था. पुलिस ने कोर्ट में इन सब बातों का जिक्र किया और भूपेंद्र सारण की 10 दिन की रिमांड मांगी. इसके बाद कोर्ट ने 4 दिन की रिमांड पर सारण को पुलिस को सौंप दिया.
भूपेंद्र सारण का पुलिस ने सड़क पर निकाला जुलूस
राजस्थान में सेकेंड ग्रेड टीचर भर्ती के पेपर लीक का मुख्य आरोपी भूपेंद्र सारण गुरुवार को बेंगलुरु एयरपोर्ट पर पुलिस के हत्थे चढ़ गया जिसे पुलिस उदयपुर लेकर आई. शुक्रवार को पुलिस ने सारण का सड़क पर जुलूस निकाला और पैदल ही कोर्ट लेकर पहुंची. यहां आदालत ने सारण को 4 दिन की रिमांड पर भेज दिया है.
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उदयपुर बस में भूपेंद्र सारण ने ही व्हाट्सऐप के जरिए भेजा था पेपर
पुलिस ने उदयपुर में 24 दिसंबर की सुबह बस को पकड़ा था जिसमें सरकारी स्कूल के हेड मास्टर सुरेश बिश्नोई और भजनलाल बिश्नोई पेपर सॉल्व करवा रहे थे. उनसे पूछताछ में पता चला था कि उनको भूपेंद्र सारण ने ही व्हाट्सऐप के जरिए पेपर उपलब्ध करवाया था.
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अब पुलिस को भूपेंद्र सारण की 4 दिन की पुलिस रिमांड मिली है. अनुमान लगाया जा रहा है कि उससे पूछताछ में कुछ बड़े नेताओं और अधिकारियों का नाम भी सामने आ सकता है. किरोड़ीलाल मीणा के दावे के मुताबिक, अगर राज खुले तो राजस्थान में भूचाल आ सकता है. क्योंकि चुनावी साल है और आशंका है कि कई मंत्री और बड़े अधिकारीयों के पत्ते भूपेंद्र सारण भी खोल सकता है. किरोड़ी ने तो यह भी दावा किया है कि सुरेश ढाका की गिरफ्तारी नहीं होगी. अगर जांच ईमानदारी, गहनता और तथ्यों के आधार पर हो तो सुरेश ढाका और अन्य सभी आरोपी पकड़ में आ जाएंगे. आरोपी छोटा हो या बड़ा, सब को कड़ी से कड़ी सजा दी जाए तो शायद राजस्थान के युवाओं के साथ न्याय होगा.
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