पाकिस्तान जासूस को मिली 7 साल की सजा, जासूसी करते हुए जैसलमेर से किया गया था गिरफ्तार

विमल भाटिया

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Rajasthan: जैसलमेर में पाकिस्तानी खुफिया एजेन्सी ISI के अगस्त 2016 में एक बड़े जासूसी रैकेट का भंडा फोड़ किया गया था. उस दौरान बॉर्डर इंटेलिजेंस पुलिस द्वारा पकड़े गए मुख्य आरोपी नंदलाल उर्फ नंदू महाराज सहित तीन पाक जासूसों को मुख्य महानगर मजिस्ट्रेट जयपुर राकेश गौरा ने 7 साल व 1 साल की कठोर सजा व 10,000 रुपए के अर्थदंड से दंडित किया है. यह तीनों जासूस पाकिस्तान के निवासी है. इसमें प्रेमचंद व गौरीशंकर 2 सगे भाई हैं.

असल में अगस्त 2016 में तत्कालीन एडिशनल एसपी बोर्डर इंटेलिजेंस राजीव दता की अगुवाई में बॉर्डर इंटेलिजेंस पुलिस व आईबी ने एक संयुक्त कार्रवाई में पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आई.एस.आई व एफ.आई.ओ के लिये जासूसी करने के एक बहुत बड़े सनसनीखेज मामले का भण्डाफोड़ करते हुए एक पाकिस्तानी हिंदू तस्कर को जैसलमेर में गिरफ्तार किया था. उसके 2 अन्य साथियों को जोधपुर से गिरफ्तार किया था.

हिंदू पाक तस्कर पाकिस्तान से थार एक्सप्रेस से रवाना होकर 8 अगस्त को जोधपुर पहुंचा था तथा अवैध रूप से अपने एजेंट में मिलने जैसलमेर आ गया था, जहां उसे पकड़ लिया गया था. बॉर्डर इंटेलिजेंस पुलिस ने नंदलाल नामक तस्कर जासूस के पास तलाशी के दौरान सेना व वायुसेना के कई गोपनीय दस्तावेज, वायु सेना के हवाई अड्डों के टेक्निकल ऐरिया के फोटोग्राफ, सेना के कई महत्वपूर्ण मूवमेंट के दस्तावेज जैसलमेर के नए केंट के फोटो एम्युशन डिपो के फोटो आदि कई अत्यंत गोपनीय दस्तावेज बरामद किये थे. एजेंसियों के मुताबिक नंदलाल का भारत में बहुत बड़ा नेटवर्क था,

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उस समय बॉर्डर पुलिस के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजीव दत्ता की अगुवाई में पकड़े गए उक्त पाक जासूस नंदू महाराज 26 साल पाकिस्तान के खिपरो तहसील सांगढ़ जिले का निवासी था तथा पाकिस्तान में कपड़े का व्यापार करता था. बताया जाता हैं कि आई.एस.आई नंदू महाराज को भारत में अपनी गतिविधियों के संचालन के लिये बहुत मोटी रक्त देती थी, ये राशि हवाला के जरिये भिजवाता था. वह भारत में 2013 से लेकर 5-6 बार आ चुका था, अंतिम बार वह गत वर्ष मई 2015 में आया था.

इस बार वह 6 अगस्त 2016 को थार एक्सप्रेस से भारत आया तथा जोधपुर पहुंचा था, जिसकी जानकारी खुफिया व सुरक्षा एजेंसी को होने पर उस पर नजर रखी जा रही थी. इसी दौरान जैसलमेर आने पर स्थानीय ढिब्बा पाड़ा की एक होटल में रूका. जिनकी जानकारी तत्कालीन एडिशनल एस.पी राजीव दत्ता को मिलने पर बॉर्डर पुलिस ने उसे दबोच लिया. इस पर उसके खिलाफ मामला दर्ज किया था.

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