Rajasthan News: CISF में तैनात महिला सब इंस्पेक्टर का किसी सौंदर्य प्रतियोगिता से भला क्या ताल्लुक हो सकता है. आप यहीं कहेंगे कि शायद कुछ नहीं…लेकिन हम आपको बता दें कि ऐसा भी हो सकता है. जी हां हम बात कर रहे हैं मूल रूप से केरल राज्य के एर्णाकुलम जिले की निवासी व टोंक जिले के देवली में स्थित CISF नवीं रिजर्व बटालियन में तैनात सब इंस्पेक्टर अभिनी सुस्मित की, जिन्होंने हाल ही में हरियाणा के गुरूग्राम में आयोजित विवाहित महिलाओं की सौंदर्य प्रतियोगिता ‘मिसेज इंडिया वन इन मिलियन’ में ना सिर्फ भाग लिया बल्कि इस कॉन्टेस्ट की गोल्ड कैटेगिरी में विजेता का ताज भी हासिल किया. दो बच्चों की मां अभिनी को विजेता बनने के बाद ‘मिसेज इंडिया वन इन मिलियन’ की ओर से राजस्थान का ब्रांड एंबेसडर भी बनाया गया है. गौरतलब है कि अभिनी राजस्थान के सीकर जिला निवासी व CISF देवली में तैनात सब इंस्पेक्टर प्रवीण महला की पत्नी हैं और दो बच्चों की मां हैं.
बचपन से ही मॉडल बनने का था सपना
अपनी इस उपलब्धि से काफी खुश नजर आ रही अभिनी बताती हैं कि विद्यार्थी जीवन से ही मॉडल बनने का शौक था. बीएससी नर्सिंग के बाद 2011 में CISF ज्वॉइन करने वाली अभिनी बताती हैं कि बाद में काम की व्यस्तताओं के बीच भी उन्होंने अपने सपने को कभी मरने नहीं दिया. 2013 में CISF में ही सब इंस्पेक्टर के पद पर तैनात सीकर जिला निवासी प्रवीण महला से प्रेम विवाह करने वाली अभिनी बताती हैं कि हैं उनके पति व ससुराल वालों ने ही उन्हें प्रोत्साहित कर इस कॉन्टेस्ट में भाग लेने के उत्साहित किया था. जिसके बाद उन्होंने भी केटवॉक और कॉस्टयूम सिलेक्शन को लेकर काफी मेहनत की. अभिनी के पिता केरल पुलिस में सब इंस्पेक्टर के पद से व माता ट्रांसपोर्ट विभाग केरल के सब इंस्पेक्टर पद से सेवानिवृत हो चुके हैं.
अदिती गोवित्रिकर नें पहनाया सिर पर ताज
अभिनी ने बताया कि जब उन्हें 2001 में पहली मिसेज वर्ल्ड अदिती गोवित्रिकर ने ताज पहनाया तो ये उनके सपनों को पंख लगने जैसा था क्योंकि जो सपना उन्होंने अविवाहित रहते देखा था वह विवाह के लगभग 9 वर्ष बाद पूरा हुआ था.
ट्रांसजेंडरों की सामाजिक समानता के लिये काम करना चाहती हैं अभिनी
अभिनी बताती है कि वे ट्रांसजेंडर की सामाजिक स्थिति पर काफी पढ़ती रही हैं. ऐसे में वे अब उनके लिये काम करना चाहती हैं. अभिनी कहती है कि ट्रांसजेंडर को समाज में अन्य लोगों के समान सामाजिक अधिकार दिलाना एक बहुत बड़ी चुनौती है. ऐसे में उनके लिये काम करना चाहती हैं. अभिनी ने कहा कि इस दिशा में उनका पहला काम ट्रांसजेंडर के माता-पिता की सोच में बदलाव करना व उनको शिक्षित किये जाने को लेकर वे स्कूलों व कॉलेज में कैंपेन भी चलाने जा रही हैं.