भीलवाड़ा में निमोनिया का ये इलाज? अंधविश्वास के चलते मासूमों को गर्म सलाखों से दागा

Pramod Tiwari

ADVERTISEMENT

Rajasthantak
social share
google news

Bhilwara News: राजस्थान के भीलवाड़ा जिले में अंधविश्वास के चलते निमोनिया के ईलाज के नाम पर मासूम बच्चों को गर्म सलाखों से दागने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. भीलवाड़ा जिला अस्पताल में एक ही दिन में मासूमों को गर्म सलाखों से दागने के 2 मामले सामने आए हैं. इन अबोध बच्चों को यह जानलेवा दर्द किसी और ने नहीं बल्कि उनके अपने दादा और नाना ने ही दिया है.

भीलवाड़ा जिले के करेड़ा थाना क्षेत्र के रहने वाले 8 माह के मासूम को गर्म तार से से उसी के नाना ने दाग दिया. वहीं एक अन्य मामले में बदनोर थाना क्षेत्र की रहने वाली 11 वर्षीय बालिका को उसके दादा ने गर्म सलाखों से दाग दिया. इन दोनों मासूमों को सांस लेने में दिक्कत हो रही थी. जिसके चलते उनके परिजनों ने उन्हें दाग दिया.

दागने के बाद उनकी हालत बिगड़ गई, जिन्हें उपचार के लिए भीलवाड़ा के जिला चिकित्सालय में भर्ती करवाया गया. भीलवाड़ा बाल कल्याण समिति की टीम मौके पर पहुंची और मासूमों के परिजनों को पाबंद किया.

ADVERTISEMENT

यह भी पढ़ें...

बाल कल्याण समिति के सदस्य फारुख खान पठान ने कहा कि सूचना मिली कि गर्म सलाखों से दागने के जिला अस्पताल में 2 मामले सामने आए हैं. करेड़ा थाने के बेमाली में 8 माह के बालक को सांस लेने में तकलीफ हो रही थी, जिसके चलते उसके नाना ने उसे गर्म तार से दाग दिया, जिससे वह झुलस गया. इसी तरह बदनोर थाना सर्किल के चैनपुरा इलाके में 11 साल की बालिका के पेट पर गरम पत्ते बांध दिये जिससे उसकी हालत बिगड़ गई. दोनों को जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया है.

यह भी पढ़ें: 6 या 7 मार्च, कब है होलिका दहन? ज्योतिषाचार्य से जानिए मुहूर्त की सही डेट और टाइमिंग

ADVERTISEMENT

    follow on google news
    follow on whatsapp

    ADVERTISEMENT