ट्विटर पर क्यों टॉप ट्रेंड कर रहा है उपेन यादव का नाम? अब तक 50 हजार लोग कर चुके हैं उनके लिए ट्वीट

विशाल शर्मा

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Rajasthan News: राजस्थान में बेरोजगार युवाओं के लिए संघर्ष करने वाले नेता उपेन यादव आज फिर सुर्खियों में हैं. पिछले करीब 1 माह से राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष उपेन यादव सत्याग्रह कर रहे हैं. इसके तहत उन्होंने अन्न-जल पूरी तरह त्याग रखा है. इसके बाद तबीयत बिगड़ने पर उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया है. लेकिन उपेन यादव के समर्थन में बेरोजगार युवाओं ने सोशल मीडिया पर मुहिम छेड़ दी है जिसकी वजह से वह ट्विटर पर टॉप ट्रेंड कर रहे हैं.

उपेन यादव किसी भी राजनीतिक दल से संबंध नहीं रखते हैं और युवाओं के हितों के लिए आंदोलन करके सरकारों को झुकाते हैं. यही वजह है कि आज जब वो अस्पताल में भर्ती हैं तो उनके समर्थन में काफी संख्या में युवा ट्वीट पर ट्वीट कर रहे हैं. अब तक 50K+ से ज्यादा ट्विटर पर ट्वीट हो चुके हैं जिसमें वह “मैं भी उपेन यादव” नाम से ट्रेंड कर रहे हैं. वहीं शाम तक ये आंकड़ा और ज्यादा बढ़ने की संभावना है.

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बता दें कि उपेन यादव ने सोशल मीडिया पर कई मंत्री, सांसद, विधायकों को भी पीछे छोड़ दिया है. यहीं नहीं, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से लेकर सचिन पायलट और हनुमान बेनीवाल के आलावा किरोड़ीलाल मीणा के बराबर ट्विटर पर उनके रिट्वीट होते हैं. उपेन यादव के ट्वीटर पर 843K फॉलोअर्स, यूट्यूब पर 184K सब्सक्राइबर, फेसबुक पेज पर152K, प्रोफाइल पर 1 लाख 12 हजार फॉलोअर्स हैं, जबकि इंस्टाग्राम पर 24K फॉलोअर्स हैं. उपेन यादव युवाओं के हक की आवाज बुलंद करते हुए सीधा सरकार से टकराते हैं, बस यही उनकी पहचान है.

गौरतलब है कि अजमेर में आरपीएससी कार्यालय के बाहर हुए प्रदर्शन के दौरान बेरोजगारों पर लाठीचार्ज करने वाले एसएचओ को निलंबित करने और बेरोजगारों पर दर्ज मुकदमा वापस करवाने की मांग को लेकर उपेन यादव ने अन्न-जल का त्याग कर रखा हैं. सोमवार को हालात बिगड़ने पर उन्हें जयपुर के एसएमएस हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया. वहीं सोमवार देर रात उपेन यादव ने ट्वीट कर कहा है कि एसएमएस हॉस्पिटल आईसीयू में उन्होंने इलाज लेना बंद कर दिया है और डॉक्टर को भी लिखित में दिया गया है कि वह अब अपनी मर्जी से इलाज नहीं लेना चाह रहे हैं. अगर आने वाले समय में उनके साथ कोई अनहोनी होती है तो उसकी जिम्मेदार राज्य सरकार ही होगी.

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