भीलवाड़ा में दिखा दुर्लभ नजारा: दो सांपों के बीच 3 घंटे चली प्रणय लीला, लोगों में बना कौतूहल का विषय

Pramod Tiwari

• 05:19 AM • 06 May 2023

Bhilwara: भीलवाड़ा शहर के निकट बड़ी हरणी गांव में सांपों की प्रणय लीला (संभोग क्रिया) का दुर्लभ नजारा देखने को मिला. जहां लगभग तीन घंटे तक दो सांप आपस में आलिंगन करते रहे. ग्रामीणों ने जब इस नजारे को देखा तो मौके पर भीड़ उमड पड़ी और कौतूहल के साथ प्रणय दृश्य को देखते रहे. […]

भीलवाड़ा में दिखा दुर्लभ नजारा: दो सांपों के बीच 3 घंटे चली प्रणय लीला, लोगों में बना कौतूहल का विषय

भीलवाड़ा में दिखा दुर्लभ नजारा: दो सांपों के बीच 3 घंटे चली प्रणय लीला, लोगों में बना कौतूहल का विषय

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Bhilwara: भीलवाड़ा शहर के निकट बड़ी हरणी गांव में सांपों की प्रणय लीला (संभोग क्रिया) का दुर्लभ नजारा देखने को मिला. जहां लगभग तीन घंटे तक दो सांप आपस में आलिंगन करते रहे. ग्रामीणों ने जब इस नजारे को देखा तो मौके पर भीड़ उमड पड़ी और कौतूहल के साथ प्रणय दृश्य को देखते रहे. सांपों की प्रणय लीला के बाद वाईल्ड ऐनिमल रेस्क्यू सेंटर के स्नेक कैचर कुलदीप सिंह ने इनका रेस्क्यू कर सुरक्षित वन क्षेत्र में छोड़ा.

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ऐसी मान्यता है कि दो सांपों का मिलन (Snakes Mating) दुर्लभ पल होता है, जो आसानी से देखने को नहीं मिलता. वैसे तो सांपों का मेटिंग पीरियड अप्रैल-मई माह में गर्मी की शुरुआत होने के साथ ही शुरू हो जाता है. जानकार बताते हैं कि सांपों का मिलन शहर की हलचल से दूर एंकात स्थान पर होता है.

गर्मियों में जमीन से बाहर आ जाते हैं सांप 

वन्यजीव रक्षक कुलदीप सिंह ने बताया की ये इंडियन रेट स्नेक जिसे स्थानीय लोग धामन भी कहते हैं. इस प्रजाति के सांप है. इनकी लम्बाई 10 से 12 फिट तक होती है. यह एक विषहीन प्रजाति के सांप हैं. इनका मेंटिग टाईम 2 से 3 घंटे तक होता है. इन सांपों की मेंटिग होंने के बाद रिहायशी इलाके से रेस्क्यू कर वन क्षेत्र में रिलीज कर दिया. इनकी मीटिंग तीन चार दिन तक चलती है, जिससे ये अपना कुनबा बढ़ा सके.

वन्य जीव का जिंदा रहना जरूरी

सिंह ने बताया की प्रकृति संतुलन में इन जीवों का जिंदा रहना जरूरी है. सिंह ने नागरिकों से अपील की है कि आपके आसपास भी रिहायशी इलाकों मे अगर वन्यजीव दिखे तो इनको मारे नहीं और न ही इन्हें पकड़ने की कोशिश नहीं करे, क्योंकि ये खतरनाक हो सकता है. इनकी सूचना वन विभाग, पुलिस विभाग या वाईल्ड एनिमल रेस्क्यू सेंटर दे ताकि इनका रेस्क्यू कर इन्हें सुरक्षित जगह पर छोड़ा जा सके.

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