राजू ठेहट की मौत के बाद सोशल मीडिया पर हनुमान बेनीवाल की सुरक्षा की उठी मांग, जानें वजह

विशाल शर्मा

03 Dec 2022 (अपडेटेड: Dec 3 2022 1:20 PM)

Rajasthan news: कुख्यात गैंगस्टरों और नेताओं का रिश्ता भी किसी से छुपा हुआ नहीं है. पर्दे के पीछे कोई ना कोई राजनेता और बदमाश या तो आपस में दोस्त होते हैं या फिर कट्टर दुश्मन. यही वजह है कि गैंगस्टर अपने वर्चस्व को कायम रखने के लिए किसी के भी खून के प्यासे बन जाते […]

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Rajasthan news: कुख्यात गैंगस्टरों और नेताओं का रिश्ता भी किसी से छुपा हुआ नहीं है. पर्दे के पीछे कोई ना कोई राजनेता और बदमाश या तो आपस में दोस्त होते हैं या फिर कट्टर दुश्मन. यही वजह है कि गैंगस्टर अपने वर्चस्व को कायम रखने के लिए किसी के भी खून के प्यासे बन जाते है. यह एक बार फिर गैंगस्टर राजू ठेहट के हत्याकांड के बाद तय हो चुका है.

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जिस गैंगस्टर राजू ठेहट की आनंदपाल गैंग से पुरानी अदावत चल रही थी और कई बार दोनों गैंग के बीच खूनी खेल खेला जा चुका है, ऐसा माना जा रहा है कि उसी से जुड़ी हुई गैंग ने राजू ठेहट का सरेअमा मर्डर किया है. हालांकि गैंगस्टर कब कहां और किससे पुराना दबला ले लें ये कहा नहीं जा सकता. चूंकि राजनेता भी ऐसे गैंगस्टरों के टारगेट पर रहें है. गैंगस्टर आनंदपाल की मौत से पहले आरएलपी के सुप्रीमो और नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल भी समय-समय पर खुद को ऐसी गैंग के निशाने पर रहने का जिक्र कर चुके हैं.

समर्थक कर रहे सुरक्षा बढ़ाने की मांग
इधर गैंगस्टर राजू ठेहट की हत्या के बाद हनुमान बेनीवाल के समर्थकों ने अपने चेहते नेता की सुरक्षा बढ़ाने की मांग की है. हनुमान बेनीवाल के समर्थक सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफार्म के जरिए आरएलपी सुप्रीमो की सुरक्षा और कड़ी करने की मांग उठा रहें हैं. इसके पीछे वजह यह भी है कि जब हनुमान बेनीवाल खींवसर से विधायक थे तब वे ही तत्कालीन सरकार को गैंगस्टर आनंदपाल सिंह को लेकर घेरते नजर आए थे.

उसके कुछ सालों बाद आनंदपाल सिंह का एनकाउंटर हो गया, लेकिन अब जब गैंगस्टर राजू ठेहट को मौत के घाट उतारा जा चुका है तो एक बार भी बेनीवाल समर्थकों को अपने नेता की सुरक्षा की चिंता सताने लगी है. यही वजह है कि आरएलपी के कार्यकर्ता हनुमान बेनीवाल को और सुरक्षा तक देने की मांग उठ रही है.

पहले भी मिली चुकी है धमकी
आरएलपी के एक कार्यकर्ता लिख रहें है कि ‘आपराधियों के खिलाफ खुलकर बोलने वाले हनुमान बेनीवाल को Z+ सुरक्षा मिलनी चाहिए, जो कि अभी समय की आवश्यकता भी है. तो वहीं दूसरे कार्यकर्ता ने लिखा है कि रालोपा के एक प्रतिनिधिमंडल को राज्य सरकार और केंद्र सरकार से मिलकर आवाज उठानी चाहिए. आपको बता दें कि सांसद हनुमान बेनीवाल और उनके भाई खींवसर से विधायक नारायण बेनीवाल को भी लॉरेंस बिश्नोई गैंग से जुड़े सोपू गैंग द्वारा जान से मारने की धमकी मिल चुकी है.

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