Mehandipur Balaji: दौसा में धर्मनगरी मेहंदीपुर बालाजी में मुख्य बाजार में स्थित धर्मशाला में एक अर्धनग्न महिला का शव मिलने से सनसनी फैल गई. सूचना मिलने पर मानपुर पुलिस उप अधीक्षक दीपक मीना और बालाजी थाना प्रभारी अजीत बडसरा भी मौके पर पहुंचे और घटनास्थल का जायजा लिया. पुलिस के अनुसार 2 महिला और एक पुरुष 2 जनवरी को दोपहर करीब 1 बजे मेहंदीपुर बालाजी धाम आए थे. इस दौरान तीनों ने मिलकर कस्बे की मुलखराज धर्मशाला में 13 नंबर कमरा लिया था.
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धर्मशाला के मैनेजर करण सिंह ने बताया कि रूम लेने के बाद 3 जनवरी को रूम लेने वाले एक महिला और एक पुरुष रूम को लॉक करके कहीं चले गए. इस दौरान दूसरी महिला उनके साथ नहीं थी. साथ ही मैनेजर ने बताया कि रूम का लॉक देखकर लगा कि वो तीनों मंदिर गए है. लेकिन रूम के बाहर बदबू आने से मैनेजर को किसी अनहोनी घटना का शक होने लगा. देर शाम तक जब महिला पुरुष धर्मशाला में वापिस नहीं आए, तो मैनेजर का शक यकीन में बदल गया. ऐसे में मैनेजर ने तुरंत मेहंदीपुर बालाजी थाना प्रभारी को इसकी जानकारी दी. सूचना मिलने पर मौके पर पुलिस पहुंची.
वहीं घटना की जानकारी मिलने पर मेहंदीपुर बालाजी थाना प्रभारी अजीत बडसरा मौके पर पहुंचे. पुलिसकर्मी रूम का लॉक तोड़कर अंदर घुसे तो एक महिला जिसकी उम्र करीब 35 वर्ष बताई जा रही है. जो अर्धनग्न अवस्था में मृत पड़ी हुई मिली. वहीं महिला के मृत मिलने के बाद पुलिस ने धर्मशाला के सी फॉर्म रजिस्टर को जब्त कर लिया है. साथ ही वहां मौजूद लोगों से मृतक महिला और उसके साथ आई एक अन्य महिला और पुरुष की जानकारी जुटाई जा रही है.
जांच के दौरान मृतक महिला के गले पर निशान मिले है. ऐसे में पुलिस इसे मर्डर मान रही है. इसके चलते अब पुलिस मृतक मिली महिला के साथ आई एक अन्य महिला और पुरुष की तलाश में पुलिस उप अधीक्षक के निर्देश में पुलिस टीम रवाना कर दी गई है. लेकिन इस पूरी वारदात में एक और हैरान करने वाली बात सामने आई. वह थी धर्मशाला मैनेजमेंट की लापरवाही. धर्मशाला में ना तो कोई सीसीटीवी नही लगा हुआ है, जिससे पुलिस को कोई सुराग हाथ लगे और होटल मैनेजमेंट की तरफ से एक ही व्यक्ति का पहचान पत्र लिया गया जबकि तीनों के पहचान पत्र लिए जाने चाहिए थे. अगर धर्मशाला मैनेजमेंट लापरवाही नहीं करता तो पुलिस को इतनी मशक्कत शायद ही करनी पड़ती. मेहंदीपुर बालाजी में कई राज्यों से श्रद्धालु दर्शन करने के लिए आते हैं लेकिन मेहंदीपुर बालाजी में स्थित धर्मशाला में ऐसी लापरवाही देखने को मिलती रहती हैं. इसके बावजूद जिला प्रशासन अपनी आंखें मूंदे बैठा है.
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