Rajasthan news: पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक बुधवार को राजस्थान के भरतपुर पहुंचे. जहां उन्होंने महाराजा सूरजमल बृज विश्वविद्यालय छात्र संघ कार्यालय के उद्घाटन समारोह में शिरकत की. इस दौरान कई मुद्दों पर सत्यपाल मलिक ने बयान भी दिया है. उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन के दौरान 700 किसानों की मौत हो गई. मगर सरकार ने कंडोलेंस तक नहीं किया जबकि तुर्की को मदद भेज रहे हैं. मैं किसान हूं इसलिए किसानों की बात करता हूं, आजादी के बाद से ही आज तक किसानों की स्थिति खराब रही है वह कर्जे में डूब रहा है, आज किसान गरीब हो रहा है. केंद्रीय बजट में उसका जिक्र तक नहीं किया गया.
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उन्होंने पहली पीढ़ी में सरदार वल्लभ भाई पटेल और चौधरी चरण सिंह किसानों के आदमी थे, लेकिन आज राजनीति में किसानों का कोई नहीं है, क्योंकि अब राजनीति व्यापार बन चुकी है. जब किसान आंदोलन कर रहे थे तो मैं किसानों के पक्ष में बोला और सरकार को बुरा भी लगा था. किसान आंदोलन के दौरान मैंने विपक्ष से भी बात की थी उनसे कहा था कि आप लोगों को एक होकर किसानों का साथ देना चाहिए.
पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा कि राजनीति में आप हिंदू मुस्लिम के आधार पर वोट प्राप्त कर सकते हैं लेकिन इससे देश मजबूत नहीं होगा. सिर्फ वोट के लिए ही हिंदू-मुस्लिम की आर्टिफिशियल लड़ाई है. जिस देश में हिंदू बाहुल्य हो उस देश में हिंदू को खतरा कैसे हो सकता है. हिंदू-मुस्लिम का मुद्दा सिर्फ चुनाव के समय ही सामने आता है. आज बेरोजगारी बढ़ रही है और युवा सड़कों पर धक्के खा रहे हैं. आज महंगाई बढ़ रही है और यही वजह है कि काफी लोग पानी में नमक डालकर खाना खाते हैं.
अडानी बन चुके भ्रष्टाचार का एवरेस्ट
अडानी के मामले पर बोलते हुए सत्यपाल मलिक ने कहा कि अडानी भ्रष्टाचार का एवरेस्ट बन चुके हैं. आलम यह है कि आज करीब 7 एयरपोर्ट अडानी को दे दिए गए हैं. आज आम आदमी की तरक्की नहीं हुई सिर्फ अडानी की तरक्की क्यों हो गई है. उन्होंने कहा कि यदि भाजपा सरकार के खिलाफ चुनाव लड़ना है तो सभी विपक्ष को एक साथ मिलना पड़ेगा लेकिन हर विपक्ष मुख्यमंत्री बनना चाहता है. उन्होंने कहा कि राजस्थान में सबसे ज्यादा विधायक जाट समुदाय से जीतकर आते हैं मगर फिर भी जाट कभी मुख्यमंत्री नहीं बना है, क्योंकि जाट एकजुट नहीं रहते हैं.
महंगाई के कारण पानी में नमक डालकर खाना खाते हैं
मलिक ने कहा कि राजनीति में आप हिंदू मुस्लिम के आधार पर वोट प्राप्त कर सकते हैं लेकिन इससे देश मजबूत नहीं होगा. सिर्फ वोट के लिए ही हिंदू मुस्लिम की आर्टिफिशियल लड़ाई है. जिस देश में हिंदू मेजॉरिटी हो उस देश में हिंदू को खतरा कैसे हो सकता है. हिंदू-मुस्लिम का मुद्दा सिर्फ चुनाव के समय ही सामने आता है. आज बेरोजगारी बढ़ रही है और युवा सड़कों पर धक्के खा रहे हैं, आज महंगाई बढ़ रही है और यही वजह है कि काफी लोग पानी में नमक डालकर खाना खाते हैं.
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