बेटी की अस्थियां लेकर SP ऑफिस पहुंचे परिजन, बोले- FIR में उसका जिक्र नहीं जिसके लिए दी जान
Jhalawar News: झालावाड़ जिले में एसपी ऑफिस उस वक्त हंगामा हो गया जब परिजन नाबालिग बेटी की अस्थियां लेकर एसपी ऑफिस पहुंच गए. परिजनों ने कहा कि दुष्कर्म के बाद दहशत में बेटी ने आत्महत्या की थी. पुलिस के एफआईआर में रेप का जिक्र तक नहीं है. नाबालिग के परिजनों ने एसपी ऑफिस पहुंचकर झालावाड़ […]
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Jhalawar News: झालावाड़ जिले में एसपी ऑफिस उस वक्त हंगामा हो गया जब परिजन नाबालिग बेटी की अस्थियां लेकर एसपी ऑफिस पहुंच गए. परिजनों ने कहा कि दुष्कर्म के बाद दहशत में बेटी ने आत्महत्या की थी. पुलिस के एफआईआर में रेप का जिक्र तक नहीं है.
नाबालिग के परिजनों ने एसपी ऑफिस पहुंचकर झालावाड़ एसपी ऋचा तोमर के सामने अस्थियों से भरी पोटली खोल दी और न्याय की मांग करने लगे.
मामला झालावाड़ जिले के पनवाड़ पुलिस थाना क्षेत्र के हरिगढ़ क्षेत्र का है. मृतक किशोरी के चाचा ने बताया कि उन्होंने झालावाड़ के पनवाड़ थाने में 7 मार्च को तीन आरोपियों के विरुद्ध नामजद रिपोर्ट दर्ज करवाई थी. रिपोर्ट में बताया था कि गत 7 मार्च को दोपहर 2 बजे उसकी नाबालिग भतीजी का तीन लोगों ने अपहरण कर लिया था. उसके बाद नाबालिग को शराब पिलाकर उसके साथ दुष्कर्म किया गया. उसके साथ मारपीट भी की गई.
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मारपीट के बाद किशोरी फंदे से लटकी मिली
जब परिजनों को मामले की सूचना मिली तो वह किशोरी को ढूंढते हुए मौके पर पहुंचे. जहां से वह उसको बमुश्किल ला रहे थे. आरोपियों ने परिजनों को घर के रास्ते में रोक लिया और साथ मारपीट की. वहां से किशोरी भाग कर अपने घर चली गई. पीछे से परिजन भी जब घर पहुंचे तब उन्हें घर में किशोरी का शव फंदे पर लटका हुआ मिला.
चाचा ने आरोप लगाया कि उनके द्वारा नामजद रिपोर्ट दर्ज करवाए जाने के बाद भी पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है. ऐसे में वह 10 मार्च को झालावाड़ पुलिस अधीक्षक से मिलकर अपनी व्यथा बताने आए थे. पुलिस अधीक्षक के कार्यालय में नहीं होने के चलते उनके द्वारा परिवाद शाखा में परिवाद दिया गया.
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जब तक न्याय नहीं मिलेगा अस्थियां विसर्जित नहीं होंगी- पीड़ित
परिजनों ने यह भी आरोप लगाया कि पुलिस ने उनके द्वारा दी गई रिपोर्ट नहीं लिखकर अपने हिसाब से रिपोर्ट लिखवाई और कहा कि जैसा वह कहे ऐसी रिपोर्ट लिखो वरना कार्रवाई नहीं होगी. परिजनों ने कहा कि जब तक उनके परिवार की बच्ची को न्याय नहीं मिल जाता तब तक वह उसकी अस्थियां विसर्जित नहीं करेंगे. परिवाद देने के बाद परिजन लौट गए.
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पनवाड़ थानाधिकारी अजित सिंह ने बताया कि हमने आत्महत्या वाले दिन ही दोनों अभियुक्त अजय बागरी एव सजय गुर्जर को गिरफ्तार कर लिया था जिनको कोर्ट ने जेल भेज दिया था. मारपीट करने वालो को भी गिरफ्तार किया है. पुलिस द्वारा धारा 305 आईपीसी के तहत अनुसंधान जारी है. कोर्ट मे अभी चालान पेश नहीं किया है.
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