DM को बोलकर 2020 में जितवाया था चुनाव! केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी के दावे से मचा बवाल, सफाई भी आ गई
केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वे 2020 चुनाव में डीएम की मदद से अपने प्रत्याशी को जीत दिलाने का दावा कर रहे हैं. मांझी का कहना है कि इस बार भी वे टिकारी सीट बचा सकते थे, लेकिन प्रत्याशी ने उनसे संपर्क नहीं किया.

केंद्रीय मंत्री और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (HAM) के प्रमुख जीतन राम मांझी अपने एक ताजा बयान को लेकर सुर्खियों में हैं. सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो में मांझी यह दावा करते नजर आ रहे हैं कि 2020 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने जिलाधिकारी (DM) से बात करके अपने हारते हुए प्रत्याशी को जीत दिलवाई थी. इस खुलासे के बाद बिहार की राजनीति में सरगर्मी तेज हो गई है.
क्या है वायरल वीडियो का पूरा मामला?
गया में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान जीतन राम मांझी ने टिकारी विधानसभा सीट का जिक्र करते हुए यह चौंकाने वाली बात कही. उन्होंने बताया कि 2020 में जब उनकी पार्टी के उम्मीदवार अनिल कुमार चुनाव हार रहे थे, तब उन्होंने हस्तक्षेप किया था. मांझी के अनुसार, उस समय के डीएम से संपर्क साधने के बाद हारता हुआ उम्मीदवार जीत गया था.
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2020 की जीत और 2025 की हार का जिक्र
मांझी ने वीडियो में कहा कि 2020 के चुनाव में अनिल कुमार लगभग 2600 वोटों से पिछड़ रहे थे. उन्होंने दावा किया कि उस वक्त के डीएम (अभिषेक सिंह) ने उनकी मदद की थी. हालांकि, इस बार के चुनाव में अनिल कुमार फिर से टिकारी सीट से महज 1600 वोटों से हार गए. मांझी का कहना है कि अगर प्रत्याशी ने उनसे संपर्क किया होता, तो इस बार भी नतीजा कुछ और हो सकता था.
डीएम से बातचीत का सनसनीखेज दावा
वीडियो में मांझी यह कहते सुने जा रहे हैं कि पूर्व डीएम ने उन्हें फोन कर पूछा कि इस बार क्या हुआ? मांझी के मुताबिक, डीएम ने कहा कि पिछली बार 2700 वोट से हारने के बावजूद हमने आपको जीत दिलवा दी थी तो इस बार 1600 वोट की क्या बात थी. मांझी ने अफसोस जताते हुए कहा कि उनके प्रत्याशी ने इस बार उनसे बात ही नहीं की और मैदान छोड़कर चले गए.
'मांझी अब ब्रांड है'
वीडियो वायरल होने के बाद जीतन राम मांझी ने पलटवार भी किया है. उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि कुछ लोग उनके वीडियो के साथ छेड़छाड़ कर उन्हें बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने लिखा -
"मेरे एक वीडियो के साथ छेड़छाड़ कर वायरल करने वाले कुछ लोगों को लगता है कि मुसहर के लाल को बदनाम कर देंगें. ऐसे लोगों को मैं बता देना चाहता हूं कि अब मुसहर के बेटे को कोई ना तो अपमानित कर सकता है ना ही बेवकूफ बना सकता है. आसमान पर थूकने वालों तुम यह भूल रहे हो कि आसमान पर फेंका हुआ थूक तुम्हारे मुंह पर ही गिरेगा. अब मांझी ब्रांड हो चुका है, किसी से डरने वाला नहीं."
RJD ने साधा निशाना
RJD ने भी इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए सोशल मीडिया एक्स पर लिखा - "ये भारत सरकार में कैबिनेट मंत्री, बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री तथा हम पार्टी के संरक्षक श्री जीतन राम मांझी जी है जो ठगेश कुमार जैसे पिद्दी पालतू आयुक्त के मुँह पर करारा तमाचा जड़ डंके की चोट पर खुले मंच से चुनाव नतीजों में हेरा-फेरी, मशीनरी और धांधली से चुनाव जितने का शाही फॉर्मूला बता रहे हैं.."
टिकारी सीट का चुनावी समीकरण
इस बार के चुनाव में जीतन राम मांझी की पार्टी 'HAM' ने कुल 6 सीटों पर चुनाव लड़ा था, जिनमें से 5 पर उसे जीत मिली. इकलौती हार टिकारी सीट पर हुई थी, जहां अनिल कुमार 2058 मतों से चुनाव हार गए थे.










