Kota: कोचिंग छात्रा की किडनैपिंग-फिरौती मामले में पकड़ा गया एक युवक, आई चौंकाने वाली बात
कोटा में कोचिंग छात्रा की किडनैपिंग मामले में पुलिस ने किया खुलासा! साथ ही छात्रा और उसके दोस्त से की ये अपील.
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कोटा (Kota crime news) में 21 वर्षीय कोचिंग छात्रा (coaching girl kidnapping case) के अपहरण मामले में नया मोड़ आ गया है. कोटा सिटी एसपी डॉ. अमृता दुहन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर चौंकाने वाला खुलासा किया है. पुलिस का दावा है कि किडनैप की गई छात्रा कभी कोटा में न रही न ही यहां पढ़ती थी. साथ कोटा पुलिस (Kota police) ने इंदौर (indore news) में उसके एक दोस्त को पकड़ लिया है जो इस मामले में शामिल था. उसने पुलिस को जो कहानी बताई है वो हैरान करने वाली है.
डॉ. अमृता दुहन के मुताबिक पूछताछ में छात्रा के दोस्त ने बताया कि रस्सी से हाथ-पांव बंधे जो छात्रा की तस्वीर भेजी गई थी वो उस मकान में ही क्लिक की गई थी जहां से छात्र पकड़ा गया है. उस मकान के किचन में छात्रा के हाथ-पांव बांधकर तस्वीर क्लिक की गई थी. ये सब छात्रा की सहमति के साथ हुआ था. फिलहाल छात्रा अपने दूसरे फ्रेंड के साथ है जो छात्रा के पिता के फोन पर कॉल कर फिरौती मांग रहा है.
विदेश जाने के लिए की थी 30 लाख की डिमांड
पुलिस का दावा है कि जो कहानी सामने आई है उसमें छात्रा को किसी प्रकार की कोई हानि नहीं पहुंची है बल्कि वो अपने दोस्त के साथ ही है. किडनैपिंग की कहानी गढ़ने में शामिल एक दोस्त पकड़ा गया है जिसने बताया कि वे तीनों विदेश जाकर पढ़ना चाह रहे थे. उन्हें यहां अपना फ्यूचर समझ में नहीं आ रहा था इसलिए ये ड्रामा रचा गया. पुलिस ने छात्रा और उसके दोस्त से अपील की है कि वे घर चले आएं.
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पिता समझ रहे थे बेटी कोटा में है पर वो रहती थी इंदौर में
पुलिस जांच में सामने आया कि छात्रा कोटा में पढ़ती नहीं थी और न ही वो यहां किसी हॉस्टल या पीजी में रहती थी. वहीं, छात्रा के पिता का कहना है कि वो बीते साल अगस्त में कोचिंग करने के लिए कोटा आई थी. डॉ. अमृता दुहन ने बताया कि छात्रा कोचिंग में एडमिशन के लिए कोटा जरूर आई थी और यहां 4-5 दिन रुकी भी थी पर यहां से वो इंदौर चली गई. फिर वो नहीं आई.
पिता को दूसरे नंबर से भेजती थी अटेंडेंस
कोटा सिटी एसपी डॉ. अमृता दुहन ने बताया कि छात्रा कोटा में पढ़ने के संबंध में पिता को रोज एक मैसेज भेज रही थी. इसमें कोचिंग के अटेंडेंस का मैसेज था. साथ ही टेस्ट में नंबर आने का मैसेज भी उसके पिता को दिया जा रहा था. इसके चलते उसके पिता यह समझ रहे थे कि ये बेटी के कोचिंग संस्थान से मैसेज मिल रहा है जबकि छात्रा ही दूसरे नंबर से अपने पिता को ये जानकारी दे रही थी.
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केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य ने सीएम भजनलाल से की बात
इधर मामले में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से फोन पर बात की और इस मामले में त्वरित कार्रवाई का आग्रह किया है. गौरतलब है कि मध्य प्रदेश के शिवपुरी निवासी 21 वर्षीय छात्रा को उसके पिता के मोबाइल पर अज्ञात व्यक्ति ने फोटो भेजा जिसमें बेटी के हाथ-पैर और मुंह बंधे हुए थे. साथ ही बेटी के अकाउंट नंबर पर ही 30 लाख रुपए की फिरौती मांगी गई थी.
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छात्रा का पता बातने वाले को 20 हजार रुपए का इनाम
इधर पुलिस ने छात्रा का पता बताने वाले को 20 हजार रुपए का इनाम देने की घोषणा की है. इधर छात्रा के परिजन और उसके रिश्तेदारों में काफी गुस्सा है. वे छात्रा को जल्द दस्तयाब कर आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं.
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