Dholpur: धौलपुर में रविवार को महंगाई राहत कैंप का अवलोकन करने सीएम गहलोत के साथ पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा भी पहुंचे. इस दौरान डोटासरा ने कहा कि जो काम मोदी नहीं कर पाए ,वह राजस्थान की सरकार ने कर दिया है. ओल्ड पेंशन स्किम लागू करने बाद अन्य राज्यों के अधिकारी देख कर जा रहे हैं. राजस्थान सरकार ने शानदार योजना सोशल सिक्योरिटी लागू की हैं. यह मोदी नहीं कर पाए.
डोटासरा ने कहा साढ़े चार साल में सरकार कल्याणकारी योजनाओं को धरातल पर लाई है. सरकार ने सभी वर्ग का ध्यान रखा है. महंगाई से लोगों की कमर टूट रही थी तो मोदी सरकार ने परवाह नहीं कर रही थी, उनके कानों में जूं तक नहीं रेंग रही थी. उन्होंने वादे तो किये लेकिन वो न तो बेरोजगारी और न महंगाई कम कर पाए. उल्टे किसानों के लिए तीन काले कानून लाकर उनके ऊपर षड्यंत्र किया गया.
15 माह मोदी ने किसानों को रुलाया: डोटासरा
उन्होंने कहा कि काले कानून को लेकर किसान पीछे नहीं हटे और उन्हें 15 माह तक खून के आंसू रुलाये. किसान शहीद हुए और तीनों कानून वापस लेने पड़े. डोटासरा ने कहा कि पांच सौ रुपए में गैस सिलेंडर, एक हजार रुपए पेंशन, 25 लाख रुपए स्वास्थ्य बीमा और किसी तरह की परवाह करने की आवश्यकता नहीं हैं.
2024 में मोदी सरकार सूपड़ा साफ: डोटासरा
उन्होंने कार्यकर्ताओ से कहा कि गांव-गांव, ढाणी-ढाणी जाकर लोगों को लाइए और उनका राहत कैम्पों में रजिस्ट्रेशन कराए. डोटासरा ने कहा कि जिस तरह का माहौल आज देश में बना हुआ है. मोदी और अमित शाह जिस प्रकार से कुशासन दे रहे हैं और कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष खड़गे के लिए जान से मारने की धमकी देना, इससे बड़ा कोई निंदनीय काम नहीं हो सकता हैं. इनकी उल्टी गिनती शुरू हो गई हैं और 2023 में राजस्थान में कांग्रेस सरकार बनाएगी और 2024 में मोदी सरकार सूपड़ा साफ करने के लिए तैयार हो जाओ. यह ईडी, सीबीआई और इनकम टैक्स का दुरुपयोग कर लोकतंत्र को कमजोर करने का काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि एक समय ऐसा आने वाला है अगर मोदी दोबारा आ गए तो देश में चुनाव होना बंद हो जाएंगे.
25 लाख रुपए का निशुल्क इलाज गहलोत की देन: परसादी लाल मीणा
कार्यक्रम में पहुंचे चिकित्सा मंत्री परसादी लाल मीणा ने कहा कि सीएम गहलोत के काम की राजस्थान ही नहीं पूरे देश के लोग बखान करते हैं. मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य बीमा योजना पांच लाख से शुरू कर आज 25 लाख रुपए का निशुल्क इलाज केवल राजस्थान में ही मिल रहा है. देश में राजस्थान पहला राज्य हैं जो राइट टू हेल्थ बिल लेकर आया. यह सीएम गहलोत की देन हैं. सीएम गहलोत ने कहा था कि विधायक मांगते-मांगते थक जाएंगे और वह देते देते नहीं थकेंगे.