रविंद्र सिंह भाटी का नाम लेना पड़ गया भारी, प्रशासन ने आचार संहिता उल्लघंन बताकर कर दी बड़ी कार्रवाई

Dinesh Bohra

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राजस्थान में लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election 2024) को लेकर आदर्श आचार संहिता के बीच लोक कलाकारों को निर्दलीय प्रत्याशी रविंद्रसिंह भाटी (Ravindra singh Bhati) का नाम लेकर लोकगीत गाना महंगा पड़ गया. इस गायन का वीडियो जब सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो जिला निर्वाचन अधिकारी ने पर्यटन विभाग को आचार संहिता के उल्लंघन का नोटिस जारी कर दिया है. दरअसल, एक दिन पहले ही प्रदेश भर में राजस्थान दिवस मनाया गया. 

राजस्थान दिवस के मौके पर पर्यटन विभाग द्वारा बाड़मेर के महावीर पार्क में भी सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. इस सरकारी कार्यक्रम में कार्यक्रम की प्रस्तुति के दौरान लोक कलाकारों के एक दल ने बाड़मेर -जैसलमेर से निर्दलीय प्रत्याशी रविंद्रसिंह के नाम से गाना (म्हारे रवसा भाटी ठरको) गाया. किसी ने इसका वीडियो बना लिया और सोशल मीडिया पर डाल दिया.

 

 

वीडियो वायरल हुआ तो हरकत में आया प्रशासन

जब वीडियो वायरल हुआ तो उसमें लोक कलाकारों के बैकग्राउंड में राजस्थान दिवस का पोस्टर नजर आया. इसके बाद जिला निर्वाचन अधिकारी ने नोटिस जारी कर दिया. जिला निर्वाचन अधिकारी निशांत जैन ने इसे आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन मानते हुए पर्यटन विभाग को नोटिस जारी कर दिया और जांच बाड़मेर एसडीएम (ARO) को सौंपी है. नोटिस जारी होने के बाद पर्यटन विभाग हरकत में आया और गायन करने वाले लोक कलाकारों के दल को ब्लैक लिस्ट कर दिया गया है.

बता दें कि राजस्थान में सबसे चर्चित बाड़मेर जैसलमेर लोकसभा सीट पर बीजेपी ने केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी को रिपीट किया है तो कांग्रेस ने आरएलपी से आए उम्मेदाराम बेनीवाल को अपना प्रत्याशी बनाया है. दोनों प्रत्याशी अपने चुनावी कैंपेन में जुटे हुए हैं. वहीं, शिव से निर्दलीय विधायक रविंद्रसिंह भाटी के लोकसभा में ताल ठोकने से यहां का मुकाबला त्रिकोणीय होने के साथ बड़ा रोचक हो गया है. 

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