Rajasthan: थर्ड ग्रेड शिक्षकों के लिए अच्छी खबर, ट्रांसफर की पॉलिसी तैयार, जल्द होंगे तबादले
Rajasthan Third Grade Teacher Transfer: राजस्थान में चुनावी साल में तृतीय श्रेणी शिक्षकों के लिए राहत भरी खबर आ सकती है. पिछले कई वर्षो से ट्रांसफर का इंतजार कर रहे थर्ड ग्रेड थर्ड टीचरों के अब तबादले हो सकते हैं. इसको लेकर शिक्षा विभाग द्वारा ट्रांसफर पॉलिसी में संशोधन कर ऑफ पर्सनल को भेज दिया […]
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Rajasthan Third Grade Teacher Transfer: राजस्थान में चुनावी साल में तृतीय श्रेणी शिक्षकों के लिए राहत भरी खबर आ सकती है. पिछले कई वर्षो से ट्रांसफर का इंतजार कर रहे थर्ड ग्रेड थर्ड टीचरों के अब तबादले हो सकते हैं. इसको लेकर शिक्षा विभाग द्वारा ट्रांसफर पॉलिसी में संशोधन कर ऑफ पर्सनल को भेज दिया है. अब कभी भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत इस पर मुहर लगा सकते हैं.
शिक्षा विभाग द्वारा पिछले साल नई ट्रांसफर तैयार कर कार्मिक विभाग को भेजी गई थी, लेकिन महकमों ने ट्रांसफर पॉलिसी में संशोधन के लिए फिर से शिक्षा विभाग को फाइल लौटा दी. इसके बाद शिक्षा विभाग ने देशभर में दूसरे राज्यों की पॉलिसी का अध्ययन कर संशोधित पॉलिसी को फिर से शिक्षा विभाग के पास भेज दिया है. ऐसे में ट्रांसफर से बैन हटने और डीओपी से स्वीकृति के बाद राजस्थान में लंबे वक्त बाद ग्रेड थर्ड टीचर्स के होने की संभावना बढ़ गई है.
यहीं नहीं कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और मंत्रियों के साथ पिछले साल 30 दिसंबर को एक बैठक भी ली. जिसमें प्रदेश कांग्रेस प्रभारी ने थर्ड ग्रेड शिक्षक तबादलों के लिए किसी भी तरह की नई पॉलिसी नहीं लाने का सुझाव भी दिया. जिसमें राजस्थान में चुनावी साल में थर्ड ग्रेड के तबादले करने पर सहमति बन गई थी. इसके बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंत्रियों के सुझाव आने के बाद शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला से तबादले करने की बात भी कहीं लेकिन मामला फिर भी अटक गया.
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अब जब राजस्थान में इस साल विधानसभा चुनाव हैं और तृतीय श्रेणी शिक्षक सूबे की कांग्रेस सरकार से खासा नाराज हैं ऐसे में उन्हें खुश करने के लिए सरकार तबादलों जैसा बड़ा दाव खेल सकती हैं. क्योंकि प्रदेश में तृतीय श्रेणी शिक्षको के तबादले पिछले 12 साल में सिर्फ दो बार हुए हैं. जिसके विरोध में थर्ड ग्रेड थर्ड टीचर्स कई बार आंदोलन की राह पर चल चुके हैं और एक बार फिर यहीं रुख अख्तियार करने की तैयारी है. ऐसे में चुनाव से पहले टीचर्स के ट्रांसफर की संभावना बढ़ गई है.
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