Rajasthan:’लाल डायरी’ के पन्ने फिर सामने आए, इसमें अपने ही कर रहे गहलोत के हारने का दावा!

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खुलासा:'लाल डायरी' के पन्ने फिर सामने आए, इसमें अपने ही कर रहे गहलोत के हारने का दावा!
खुलासा:'लाल डायरी' के पन्ने फिर सामने आए, इसमें अपने ही कर रहे गहलोत के हारने का दावा!
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Rajendra Gudha again released 4 pages of ‘Lal Diary’: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) के उदयपुरवाटी दौरे से पहले पूर्व मंत्री राजेंद्र गुढ़ा (rajendra gudha) ने फिर कथित ‘लाल डायरी’ (lal diary) के 4 पन्ने सामने रिलीज कर दिए हैं. इसके एक पन्ने में कथित रूप से राजेंद्र राठौड़ ने वैभव गहलोत के एक फोन का जिक्र कर रहे हैं. इसमें वैभव गहलोत ये कह रहे हैं- ‘पापा सरकार रिपीट नहीं कर पाएंगे ये लिखकर दे देता हूं.’ हालांकि ये कथित डायरी 2020 की है. ऐसा कहा जाता है कि ये डायरी रेड के दौरान सोमदत्त अपार्टमेंट से गायब हो गई थी. धर्मेंद्र राठौड़ ने ये लाल डायरी लिखी है.

मंत्री पद से बर्खास्त उदयपुरवाटी विधायक राजेंद्र गुढ़ा ने कहा था कि वक्त आने पर वे लाल डायरी के और पन्नों का खुलासा करेंगे. इधर मुख्यमंत्री के उदयपुरवाटी दौरे से ऐन पहले गुढ़ा ने लाल डायरी के 4 पन्ने सामने ला दिए हैं. उनका दावा है कि इनके पास पूरी लाल डायरी है.

इससे पहले भी गुढ़ा लाल डायरी के कुछ पन्नों को मीडिया के सामने लेकर आए थे. दावा किया गया कि इन पन्नों में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के ओएसडी सौभाग सिंह, पर्यटन विकास निगम के चेयरमैन धर्मेंद्र राठौड़ के बीच राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन (आरसीए) के चुनाव में लेनदेन की बातचीत का जिक्र है. सीएम के बेटे वैभव गहलोत ही अभी आरसीए के अध्यक्ष हैं.

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क्या है इन 4 पन्नो में?

अभी जो पन्ने रीलीज हुए हैं पीआर मीणा का जिक्र है जो टोडाभीम से विधायक थे. ये पायलट कैंप में थे. बाद में ये धर्मेंद्र राठौड़ के पाले में आ गए थे. इसका खुलासा हुआ है. पन्नों में वैभव गहलोत का भी जिक्र है जिसमें उन्होंने दावा किया है कि वे सरकार रिपीट नहीं कर पाएंगे.

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यहां पढ़ें वो पूरा अंश

”वैभव गहलोत का फोन आया कि पापा इसलिए वापिस सरकार नहीं बना पाते हैं… हर बार… इस बार भी… मैं इसलिए लिख के दे सकता हूं. सरकार बुरी तरह हारेगी. इसका कारण वे स्वंय हैं. अधिकारियों से ऐसे घिर जाते हैं. उन्हें राजनैतिक व्यक्ति बहुत बुरा लगने लग जाता है. वैभव जी के कहने पर सवाईमाधोपुर में एक स्वीपर का भी Transfer नहीं किया. जिला के अधिकारियों में मेरा बहुत गलत मैसेज गया है. दानिश के सीएम साहब के भारी खिलाफ होते हुए भी उसके कहने पर मेरी बेईज्जती की. तब मैंने वैभव जी द्वारा भेजे ह्वाट्सएव मैसेत सीएम साब के osd शशिकांत को भेजकर कहा कि CM sb को कहना वैभव जी बहुत नाराज हैं.”

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यहां देखें लाल डायरी के वे चार पन्ने

 

 

 

क्या है ये लाल डायरी

राजेंद्र गुढ़ा दावा करते हैं कि आरटीडीसी के चेयरमैन धर्मेंद्र राठौड़ सीएम अशोक गहलोत और उनके बेटे वैभव गहलोत के काफी करीबी हैं. वे डायरी लिखने के शौकीन हैं. वे हअपनी दैनिक क्रिया डायरी में लिखते थे. डायरी में जागने, नहाने और खाने से लेकर खाने में क्या-क्या था इसका भी जिक्र किया गया है. गुढ़ा का दावा है कि साल 2020 में जयपुर के सोमदत्त अपार्टमेंट में ईडी की रेड पड़ी. तब धर्मेंद्र राठौड़ ने सीएम गहलोत से मदद मांगी. उस वक्त गहलोत ने गुढ़ा को वहां भेजा. गुढ़ा तब ये लाल डायरी ईडी की नजरों से बचाते हुए लाए थे.

शिवसेना (एकनाथ शिंदे गुट) का थामा हाथ

कांग्रेस पार्टी में मंत्री पद से बर्खास्त होने के बाद गुढ़ा गहलोत सरकार पर जमकर आक्रामक हुए. उनकी आंखें भी छलकीं. इधर चुनाव में गुढ़ा ने शिवसेना (एकनाथ शिंदे गुट) का दामन थाम लिया है. वे इसबार शिवसेना से उदयपुर वाटी विधानसभा में उम्मीदवार हैं. गुढ़ा झुंझुनू जिले के उदयपुरवाटी से विधायक हैं. वे गुढ़ा गांव के रहने वाले हैं. राजेंद्र ने अपने नाम के साथ गांव का नाम भी जोड़ लिया. वे  2018 बसपा के टिकट पर दूसरी बार विधायक निर्वाचित हुए थे. फिर बसपा के बाकी 5 विधायकों के साथ वे कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए थे.

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