Lok Sabha election: 2019 में कैसे थे Exit Poll के नतीजे, मोदी सरकार पर किसकी भविष्यवाणी हुई थी सही साबित?
Lok Sabha Elections 2024 Exit Poll: लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजों को लेकर लोगों की बेचैनी बढ़ती ही जा रही है. इस बीच प्रशांत किशोर और राजदीप सरदेसाई जैसे राजनीतिक विश्लेषकों ने बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए की जीत की भविष्यवाणी कर दी है.
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Lok Sabha Elections 2024 Exit Poll: लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजे (loksabha election results 2024) 4 जून को जारी होंगे जिसका लोग बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं. इस बीच प्रशांत किशोर (Prashant Kishore) और राजदीप सरदेसाई (Rajdeep Sardesai) जैसे राजनीतिक पंडितों ने बीजेपी (BJP) के नेतृत्व वाले एनडीए की जीत की भविष्यवाणी की है. राजस्थान के नतीजे इस बार पिछली बार से काफी अलग रहने का अनुमान लगाया जा रहा है. बता दें कि पिछले दो लोकसभा चुनावों में राजस्थान की सभी 25 सीटों पर एनडीए ने जीत दर्ज की थी.
4 जून को वोटों की गिनती से पहले एक जून को मतदान ख़त्म होते ही सभी पोल एजेंसियां और न्यूज़ चैनल एग्ज़िट पोल (exit poll result 2024) जारी करेंगे. 2024 लोकसभा चुनाव के एग्ज़िट पोल्स क्या कहते हैं, यह तो आज शाम 6 बजे के बाद पता चलेगा. लेकिन उससे पहले एग्ज़िट पोल्स से जुड़ी कुछ अहम बातों को समझने की कोशिश करते हैं. और फिर यह जानने की कोशिश करेंगे कि 2019 लोकसभा चुनाव के एग्जिट पोल्स के नतीजे कैसे थे और वह कितने सटीक साबित हुए थे.
एग्जिट पोल क्या होता है?
एग्जिट पोल एक तरह का चुनावी सर्वे है जो मतदान के दिन किया जाता है. इसे मतदान के बाद ही जारी किया जाता है. अगर चुनाव कई चरणों में हो रहा हो तो सभी चरण के मतदान खत्म होने के बाद ही एग्जिट पोल के नतीजे जारी होते हैं. क्योंकि हार-जीत का गणित सामने आने पर दूसरी सीटों की पोलिंग पर इसका असर पड़ने की संभावना रहती है. इसलिए चुनाव आयोग की गाइडलाइन के मुताबिक, एग्जिट पोल तब तक जारी नहीं होता जब तक सभी चरणों के मतदान संपन्न न हो जाए.
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कैसे तैयार किए जाते हैं एग्जिट पोल के नतीजे?
एग्जिट पोल मतदान के दौरान मतदाओं के बीच किया गया एक सर्वे होता है. इसमें मतदान करने के बाद बाहर निकले लोगों से यह जानने की कोशिश की जाती है कि उन्होंने किस पार्टी को वोट दिया है? इससे जानने की कोशिश की जाती है कि किसके पक्ष में वोट पड़ रहा है और किस पार्टी का पलड़ा भारी है? मीडिया संस्थान या एग्जिट और ओपिनियन पोल जारी करने वाली एजेंसियों के लोग पोलिंग बूथों पर लोगों से ये सवाल कर एक डेटा इकट्ठा करते हैं. इसके आधार पर ही एग्जिट पोल के नतीजे दिखाए जाते हैं.
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ओपिनियन पोल से कितना अलग है एग्जिट पोल?
एग्जिट पोल मतदान के दिन किए जाते हैं जबकि ओपिनियन पोल चुनाव से पहले किए जाते हैं. एग्जिट पोल में केवल मतदान करने वाले लोगों से सवाल किए जाते हैं. जबकि ओपिनियन पोल में सभी लोगों को शामिल किया जा सकता है, भले ही वो वोटर हों या नहीं. कहते हैं जैसे-जेसे वोटिंग की तारीख करीब आती है मतदाताओं का मन बदलता रहता है. यानी वोटिंग तक वे मतदाता भी अपना मन बदल सकते हैं जिन्होंने ओपिनियन पोल में किसी उम्मीदवार के बारे में नाराजगी जताई थी. ऐसे में एग्जिट पोल के नतीजे ओपिनियन पोल से ज्यादा सटीक माने जाते हैं.
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भारत में प्रमुख एजेंसियां जो एग्ज़िट पोल करती हैं?
इंडिया टुडे एक्सिस माय इंडिया
एबीपी-सी वोटर
टाइम्स नाऊ
न्यूज24 टुडे चाणक्या
इंडिया टीवी
जी न्यूज
न्यूजएक्स-नेता
रिपब्लिक-जन की बात
सीएसडीएस
न्यूज18-आईपीएसओएस
2019 में एग्जिट पोल का अनुमान कितना सटीक था?
2019 के लोकसभा चुनाव के ज़्यादातर एग्ज़िट पोल में बीजेपी को 300 के आसपास या उससे ज़्यादा सीटें मिलने का अनुमान जताया गया था. जबकि कांग्रेस नेतृत्व वाले यूपीए गठबंधन को 100 के आसपास सीटें मिलने की संभावना जताई गई थी. जब असली नतीजे आए तो वह एग्ज़िट पोल में लगाए गए अनुमान के आसपास ही थे. भाजपा को 303 और एनडीए को क़रीब 350 सीटें मिली थीं. वहीं, कांग्रेस के नेतृत्व वाले संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) ने 90 सीटें जीतीं.
1- इंडिया टुडे-एक्सिस माई इंडिया चैनल ने बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए की जीत की भविष्यवाणी की थी और 339 से 365 सीटें मिलने का अनुमान जताया था. जबकि यूपीए को 77-108 सीटें मिलने की बात कही थी. चैनल के अनुसार, उनकी कार्यप्रणाली में सभी निर्वाचन क्षेत्रों में लगभग 800,000 लोगों का सर्वेक्षण शामिल था.
2- न्यूज़ 24-टुडेज़ चाणक्य ने एनडीए के लगभग 350 सीटें (14 कम या ज्यादा) जबकि यूपीए के 95 (9 कम या ज्यादा) सीटें जीतने की संभावना जताई थी.
3- न्यूज़18-आईपीएसओएस ने 2019 के चुनावों में एनडीए को 336 सीटें मिलने का अनुमान जताया था. उनके सर्वेक्षण में यूपीए को 82 सीटें और अन्य दलों को 124 सीटें मिलने का अनुमान था.
4- टाइम्स नाउ-वीएमआर के अनुसार, एनडीए को लगभग 306 सीटें जीतने का अनुमान था, जबकि यूपीए को 132 सीटें (सभी अनुमानों के लिए 3 की त्रुटि के मार्जिन के साथ) जीतने का अनुमान था.
5- इंडिया टीवी-सीएनएक्स सर्वेक्षण में एनडीए को 300 सीटें (10 सीटें कम या ज्यादा) और यूपीए को 120 सीटें (5 सीटें कम या ज्यादा) मिलने की संभावना बताई गई थी.
6- एबीपी-सीएसडीएस सर्वेक्षण में एनडीए को 277 सीटें और यूपीए को 130 सीटें मिलने का अनुमान था.
7. इंडिया न्यूज़-पोलस्ट्रैटएनडीए ने एनडीए को 287 और यूपीए को 128 सीटें मिलने का अनुमान लगाया था.
8. सी-वोटर ने एनडीए को 287, यूपीए को 128 और शेष सीटें अन्य दलों को मिलने की बात कही थी.
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