राजेंद्र राठौड़ ने पढ़ी हनुमान चालीसा, सदन में कहा कुछ ऐसा कि ममता भूपेश से मांगनी पड़ी माफी, जानें
Rajasthan Budget Session 2023: विधानसभा में शुक्रवार को सत्ता पक्ष और विपक्ष के नेताओं में खुद को आस्तिक बताने की हौड़ मच गई. सांवलियाजी और नाथद्वारा मंदिर संशोधन विधेयक पर बहस के दौरान राजस्व मंत्री रामलाल जाट और राजेंद्र राठौड़ ने हनुमान चालीसा सुनाई. वहीं, सदन में हंगामे के बीच देवस्थान और उद्योग मंत्री शकुंतला रावत […]
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Rajasthan Budget Session 2023: विधानसभा में शुक्रवार को सत्ता पक्ष और विपक्ष के नेताओं में खुद को आस्तिक बताने की हौड़ मच गई. सांवलियाजी और नाथद्वारा मंदिर संशोधन विधेयक पर बहस के दौरान राजस्व मंत्री रामलाल जाट और राजेंद्र राठौड़ ने हनुमान चालीसा सुनाई.
वहीं, सदन में हंगामे के बीच देवस्थान और उद्योग मंत्री शकुंतला रावत ने सीएम अशोक गहलोत की तुलना भगवान से कर दी. जिस बीजेपी ने कड़ी आपत्ति जाहिर की. इसके बाद राजेंद्र राठौड़ ने हनुमान चालीसा पढ़ने लगे.
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दरअसल, हिंदू धर्म की परिभाषा को लेकर सदन में कैबिनेट मंत्री ममता भूपेश और उपनेता राजेंद्र राठौड़ के बीच जमकर बहस हुई. राठौड़ ने खुद को आस्तिक बताते हुए ममता भूपेश को नास्तिक कह डाला. जिस पर ममता भूपेश गुस्सा हो गई और उपनेता के बयान पर कड़ी आपत्ति जताई. उन्होंने कहा कि अध्यक्षजी ने इन्होंने मुझे नास्तिक कैसे बोला. मैं मेहंदीपुर बालाजी का तिलक माथे पर लगाकर आई हूं. जिसके बाद सभापति ने कहा यह बयान डिलीट कर दे.
राठौड़ ने माफी मांगते हुए कहा कि ये मुझे हनुमान चालीसा पढ़कर सुना दे. इसी बीच मंत्री ममता भूपेश ने जय सियाराम के नारे लगाए. देवस्थान विभाग की मंत्री शकुंतला रावत ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की तारीफ की. देवस्थान मंत्री ने कहा कि जब आदमी की आंख में आंसू आता है तो या तो ईश्वर पोंछता है या कांग्रेस सरकार के मुख्यमंत्री गहलोत ने पोंछने का काम किया. जिस पर विपक्ष ने हंगामा कर दिया.
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