Jodhpur News: जोधपुर में एक मामले की जांच कर रहे ASI को रिश्वत लेते एसीबी ने ट्रैप कर लिया. आरोपी एएसआई ससुर की ओर से बहू और उसके कथित बॉयफ्रेंड के खिलाफ दर्ज किए गए मामले की जांच कर रहा था. आरोप है कि कथित प्रेमी ने जांच अधिकारी को रिश्वत का ऑफर कर मामले में कॉपरेट करने को कहा और एसीबी से शिकायत कर ट्रैप करा दिया.
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जोधपुर एसीबी स्पेशल यूनिट के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डॉक्टर दुर्गसिंह राजपुरोहित ने बताया कि टीम ने एएसआई को परिवादी सुनील वाल्मीकि से रिश्वत की राशि लेकर उसके खिलाफ दर्ज मुकदमे की फाइल में रखते ही ट्रैप कर लिया.
जानकारी के अनुसार परिवादी सुनील वाल्मीकि अपनी पत्नी के अलावा एक अन्य महिला के साथ लिव इन में रहता है. महिला भी शादीदा है. महिला के ससुर ने अपनी बहू और आरोपी सुनील के खिलाफ मारपीट का मामला दर्ज करवाया था, जिसकी जांच एएसआई जगदीश प्रसाद को दी गई थी.
एएसआई महिला को बंद करने की धमकी दे रहा था
जगदीश प्रसाद लगातार महिला को बंद करने की धमकी दे रहा था, जिसके चलते सुनील ने किसी अन्य पुलिसकर्मी से उसे फोन करवाकर 10 हजार रुपए की रिश्वत की राशि में 2000 रुपए कम करवाया. जिसके बाद 8000 रुपए में सौदा तय हुआ. मामले में सहयोग करने का कहा गया. फिर एएसआई जगदीश प्रसाद के रिश्वत मांगे जाने की शिकायत सुनील ने एसीबी को दे दी.
एसीबी ने ऐसे जाल में फंसाया
एसीबी के एएसपी डॉ. दुर्गसिंह राजपुरोहित ने शिकायत का सत्यापन किया और शुक्रवार दोपहर में लूणी विधायक के घर के सामने लगे महंगाई राहत कैंप पर बुलाया, जहां वह ड्यूटी पर तैनात था. सुनील उससे मिला और वहां 8000 रुपए में सौदा तय हुआ जिसका एसीबी ने सत्यापन किया. जिसके बाद एएसआई ने उसे शाम को थाने बुलाया. शुक्रवार देर शाम सुनील ने आठ हजार रुपए की राशि जगदीश प्रसाद को दी जिसे लेकर उसने उसी मुकदमे की फाइल में रख लिया. उस दौरान एसीबी ने उसे दबोच लिया.
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