RPSC Paper Leak: उदयपुर, जोधपुर और झुंझुनू से पकड़े गए 8 डमी कैंडिडेट, सभी पर होगी यह कार्रवाई

चंद्रशेखर शर्मा

• 03:50 AM • 27 Dec 2022

RPSC Paper Leak: राजस्थान लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित वरिष्ठ अध्यापक भर्ती परीक्षा 2022 में अब तक 8 फर्जी अभ्यर्थी को परीक्षा देने का प्रयास करते हुए पकड़ा जा चुका है. आयोग के सचिव एचएल अटल ने बताया कि 21 दिसंबर से अभी तक वास्तविक अभ्यर्थी की जगह अन्य व्यक्ति द्वारा परीक्षा देने का प्रयास […]

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RPSC Paper Leak: राजस्थान लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित वरिष्ठ अध्यापक भर्ती परीक्षा 2022 में अब तक 8 फर्जी अभ्यर्थी को परीक्षा देने का प्रयास करते हुए पकड़ा जा चुका है. आयोग के सचिव एचएल अटल ने बताया कि 21 दिसंबर से अभी तक वास्तविक अभ्यर्थी की जगह अन्य व्यक्ति द्वारा परीक्षा देने का प्रयास करने के 8 मामले सामने आए हैं. सभी मामलों में परीक्षा केंद्रोे की सख्त सुरक्षा व्यवस्थाओं के चलते डमी अभ्यर्थियों को तुरंत निरूद्ध किया गया है.

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प्रभारी अटल ने बताया कि अभी तक उदयपुर में 4, जोधपुर में 2, भरतपुर तथा झुंझुनू में 1-1 डमी अभ्यर्थियों से संबंधित कुल 8 प्रकरण आयोग के संज्ञान में आए हैं. सभी प्रकरणों में संबंधित 8 मूल अभ्यर्थियों तथा 8 डमी अभ्यर्थियों कुल 16 व्यक्तियों के विरूद्ध आपराधिक प्रकरण दर्ज होने के साथ ही आयोग द्वारा इन सभी व्यक्तियों को आजीवन परीक्षाओं से विवर्जित (डिबार) करने की कार्रवाई की जा रही है. इस परीक्षा में पूर्व के प्रकरणों में भी 46 अभ्यर्थियों को आयोग द्वारा सदैव के लिए परीक्षाओं से डिबार किया जा चुका है. परीक्षा में डिबार किए गए सभी 62 व्यक्तियों की सूची देश के अन्य भर्ती संस्थानों के साथ भी साझा की जाएगी.

आयोग के प्रभारी ने कहा कि परीक्षाओं की शुचिता भंग करना, प्रश्न-पत्रों को अवैध तरीकों से हथियाना या किसी अन्य अभ्यर्थी के स्थान पर परीक्षा देना जैसे मामलों में कठोर कार्यवाही के प्रावधान सार्वजनिक परीक्षा अधिनियम-2022 के तहत किए गए हैं. पूर्व में भी आयोग द्वारा इस तरह के प्रकरणों में दोषी अभ्यर्थियों को सदैव के लिए परीक्षाओं से विवर्जित किया गया है. इसके साथ ही ऐसे मामलों में लिप्त प्रत्येक व्यक्ति पर आपराधिक प्रकरण भी दर्ज होता है. आयोग द्वारा इस तरह का प्रयास करने वाले अभ्यर्थियों व व्यक्तियों की सूची अन्य भर्ती एजेंसियों के साथ भी साझा की जाती है. इससे इस तरह के अभ्यर्थियों/व्यक्तियों के राजकीय सेवाओं में आने के सभी रास्ते सदैव के लिए बंद हो जाते हैं.

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