चूरू (churu crime news) के भेंसली गांव में रहस्यमयी आग (mysterious fire) और महज उल्टी से 3 लोगों की मौत मामले में पुलिस ने चौंकाने वाला खुलासा किया है. जहां गांव वालों इसे किसी बुरी आत्मा का तांडव मान रहे थे. पूरे गांव में डर का माहौल था वहीं पुलिस की जांच में जो बात सामने आई है वो दिल दहलाने के साथ ही बेहद हैरान करने वाली भी है. पुलिस का दावा है कि ये मौतें और आग के पीछे की कहानी एक शादीशुदा महिला के चरित्र पर शंका से जुड़ा है.
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चुरू जिले के हमीरवास थाना इलाके के गांव भैंसली में रहस्यमयी आग और तीन मौतों के मामले में पुलिस ने खुलासा कर दिया है. एसपी जय यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस रहस्यमयी वारदात का खुलासा करते हुए आरोपी भूप सिंह को गिरफ्तार कर लिया है.
पत्नी के चरित्र पर था शक इसलिए बच्चों को मारा
पुलिस के मुताबिक आरोपी भूप सिंह अपनी पत्नी के चरित्र पर शंका करता था. इसके कारण वे अपने बच्चों को अपना नहीं मानता था. इसलिए उसने अपने दो बच्चों के साथ ही दादी को जहर देकर मार दिया. दादी को इसलिए मारा ताकि किसी को शक न हो कि बच्चे ही केवल क्यों मरे? इसके साथ ही वो दादी को पहले मारकर लोगों के बीच ये भी मैसेज देना चाह रहा था कि उनकी आत्मा के प्रभाव से ही ये सब हो रहा है.
ऐसे हुआ इस बात का खुलासा
पुलिस ने मृत 4 वर्षीय बेटे गर्वित का शव जमीन से निकलवाया और पोस्टमार्टम कराया. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में एक नारकोटिक्स ड्रग की मौजूदगी मिली. रहस्यमयी आग से जो सामान जला था उसकी जांच भी पुलिस ने कराई थी. पता चला कि ये आग सोडियम की वजह से लगी थी. ऐसे में पुलिस ने भूप सिंह को पकड़कर कड़ाई से पूछाताछ की तो उसने सब उगल दिया.
आरोपी को है केमिकल का नॉलेज
आरोपी भूप सिंह अपने दोनों बच्चों को अपना नहीं बल्कि किसी और से जन्मा मानता था. उसे शक था कि उसकी पत्नी का किसी गैर मर्द से शारीरिक संबंध है. ये बच्चे उसके के परिणाम स्वरूप हैं. ऐसे में आरोपी ने दोनों को खत्म करने की योजना बना ली. आरोपी भूप सिंह की मेडिकल की दुकान है. उसने GNM का कोर्स भी किया हुआ है. इसलिए उसे केमिकल की जानकारी थी. आरोपी भूप सिंह ने हत्या के साथ ही लोगों का ध्यान भंग कर इसे किसी प्रेत आत्मा के प्रभाव और तंत्र-मंत्र से जोड़कर सहानुभूति पाने और बचे रहने की योजना बनाई. भूप सिंह ने बेटे गर्वित (4) और अनुराग (8) को दवाओं का ओवरडोज देकर मार दिया. फिर दादी की खांसी की दवा में वही दवा मिला दी और दादी कस्तूरी देवी की भी मौत हो गई.
सबसे पहले दादी फिर बच्चों को बारी-बारी से मारा
सबसे पहले भूप सिंह ने दादी कस्तूरी देवी को 31 जनवरी को मौत की नींद सुला दिया. इसके बाद 13 फरवरी को बेटे गर्वित को दवा देकर मार दिया. आखिर में 28 फरवरी को अनुराग की भी जान ले ली और शवों को दफना दिया गया.
ऐसे लगाता था रहस्यमयी आग
इधर भूप सिंह ने सोडियम के इस्तेमाल से घर में अचानक आग लगाने लगा. गांव वालों को लगा कि घर में किसी प्रेत आत्मा का साया है. उसी के असर से उल्टी कर-करके एक के बाद 2 बच्चों समेत 3 लोगों की मौत हो गई. अब उस बुरी आत्मा के कारण आग लग रही है. इधर तांत्रिक को बुलाया गया. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर तांत्रिक को रोक दिया.
भूप सिंह को लगा कि अब खुल जाएगी पोल फिर...
इधर एफएसएल टीम जले हुए कपड़ों के नमूने लेने लगी. शव को भी खुदवा कर पोस्टमार्टम के लिए निकाला जाने लगा. ऐसे में भूप सिंह को लगा कि अब पोल खुल जाएगी. ऐसे में उसने परिजनों और गांव वालों को उकसा कर पुलिस पर हमला करा दिया ताकि जले हुए कपड़ों के नमूने वे न ले जा सकें और लोगों में ये वहम बना रहे कि बुरी आत्मा और तंत्र-मंत्र के प्रभाव से ये सब हुआ है. हालांकि भूप सिंह की चालबाजी काम नहीं आ सकी. पुलिस जांच में खुलासा हो गया और वो पकड़ा गया.
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