Rajasthan: बालोतरा में युवक को गर्म सरिए से दागा..पुलिस के पास शिकायत करने गया तो बदमाशों ने तलवार से काटा 

Dinesh Bohra

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Rajasthan: राजस्थान में लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण के मतदान से एक दिन पहले बदमाशों ने रुपयों के लेनदेन को लेकर एक युवक को लोहे के गर्म सरियों से दागा और जब पीड़ित ने आरोपियों के खिलाफ पुलिस थाने में मामला दर्ज करवाया तो बदमाशों ने 3 दिन बाद युवक पर धारदार हथियारों से जानलेवा हमला बोल दिया. हमले के बाद हमलावर युवक को अधमरी हालत में छोड़कर भाग निकले. राह गुजरते और आसपास के लोगों ने घायल को निजी वाहन से अस्पताल पहुंचाया. जहां प्राथमिक उपचार के बाद चिकित्सकों ने उसे जोधपुर रेफर कर दिया. घटना राजस्थान के बालोतरा जिले के औद्योगिक क्षेत्र के सीईटीपी प्लांट के पास की है. 

घटना के बाद से पुलिस ने अस्पताल पहुंचकर घायल की जानकारी ली. वहीं आरोपियों की धरपकड़ के लिए टीमों का गठन कर आरोपियों की तलाश में जुटी है. आरोप है कि पीड़ित ने आरोपियों के खिलाफ 3 दिन पहले रुपयों के लेनदेन और मारपीट को लेकर मामला दर्ज करवाया है. लेकिन, पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की. नतीजन, रिपोर्ट सौंपने के 3 दिन बाद अकेला पार आरोपियों ने युवक पर जानलेवा हमला बोल दिया. जो अब जोधपुर के अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहा है.

क्या है मामला

जानकारी के मुताबिक आज 1 अप्रैल को दोपहर करीब 12 बजे 46 वर्षीय प्रतापदान पुत्र पाबुदान चारण फेक्ट्री से खाना खाने के लिए निकला था. इस दौरान थर्ड फेस सीईटीपी प्लांट के पास 3 -4 बदमाशों ने युवक पर धारदार हथियारों से हमला बोल दिया. इस हमले में युवक के गले पर गंभीर चोटें आई और वह गंभीर घायल हो गया. आसपास से गुजरते लोगों ने निजी वाहन से घायल को बालोतरा के नाहटा अस्पताल पहुंचाया. जहां युवक की हालत गंभीर होने के चलते चिकित्सकों ने उसे प्राथमिक उपचार के बाद जोधपुर रेफर कर दिया।  घायल मेलावास सांचौर का निवासी है जो बालोतरा के इंडस्ट्रीज एरिया में फेक्ट्री में काम करता है.

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रुपयों के लेनदेन को लेकर थी रंजिश

पीड़ित प्रतापदान ने 3 दिन पहले यानी 28 अप्रैल को पुलिस को रिपोर्ट सौंपकर बताया था कि उसने अपने साथ में काम करने वाले मलाराम पुत्र दीपाराम निवासी भूका भगतसिंह को 3 फरवरी 2024 को 10 हजार रुपए नरेंद्र कुमार के रूबरू उधार दिए थे. मलाराम ने होली तक रुपए लौटाने को कहा था। पीड़ित में रिपोर्ट में बताया कि रुपयों के लेकर उसने कई बार मलाराम से आग्रह भी किया और कई बार फोन भी लिए। लेकिन, उसने रुपए नहीं लौटाए.

पीड़ित ने आरोप लगाया है कि 6 दिन पहले 25 अप्रैल को वह रात्रि में करीब 9:30 बजे होटल से खाना खाकर वापस फेक्ट्री लौट रहा था. इस दौरान मलाराम और एक अन्य व्यक्ति मुकेश कैफे के आगे शराब पी रहे थे. मलाराम ने मुझे रुपयों के लेनदेन को लेकर बुलाया और रुपए ना देकर उल्टे 10 हजार रुपए मांगने लगा. पीड़ित का आरोप है कि इसके बाद मलाराम के सहयोगियों ने उसे पकड़ लिया और मलाराम ने उसे गर्म सरियों से पीठ और हाथ पैर पर दागा और जेब में रखे 1700 रुपए लूट लिए. जिससे उसके शरीर पर गंभीर चोटें आईं. पीड़ित ने रिपोर्ट में बताया कि आरोपियों के डर सी पहले पुलिस को रिपोर्ट नहीं दी. फिर किसी साथी के समझाने पर 28 अप्रैल को आरोपियों के खिलाफ बालोतरा थाने में रिपोर्ट सौंपी.

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रिपोर्ट देने के 3 दिन बाद जानलेवा हमला

पीड़ित प्रतापदान के पुलिस को रिपोर्ट सौंपने के बाद 3 दिन में पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई तो नहीं की. लेकिन, पुलिस की लापरवाही की वजह से 3 दिन बाद दिनदहाड़े प्रतापदान पर जानलेवा हमला जरूर हो गया अब सोशल मीडिया पर लोग आरोपियों को गिरफ्तार कर कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने की मांग कर रहे हैं. लोगों का सोशल मीडिया पर कहना है कि बालोतरा में हुई हिंसक घटना सभ्य समाज के मुंह पर तमाचा है. प्रशासन को इस तरह की घटनाओं को अंजाम देने वाले लोगों पर कठोर कार्रवाई कर मिसाल कायम करनी चाहिए. वहीं दूसरी तरफ पुलिस इस मामले को लेकर कुछ भी कहने से कतरा रही है.
 

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