बेणेश्वर धाम में पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने चलाया तीर, संत मावजी महाराज ने दिया खास आशीर्वाद, जानें

Rajesh Soni

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Banswara News: डूंगरपुर जिले में सोम, माही और जाखम नदियों के त्रिवेणी संगम बेणेश्वर धाम में माघ पूर्णिमा पर आज मुख्य मेला भरा. राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे दोपहर में सड़क मार्ग से होते हुए यहां पहुंचीं. पूर्व सीएम राजे का जगह-जगह सड़क पर स्वागत हुआ. वहीं, इस दौरान उन्होंने जगह-जगह रूककर लोगों से बातचीत की. पूर्व मुख्यमंत्री ने मेले में लगी स्टॉल पर चूड़ियां भी खरीदी.

बेणेश्वर धाम में जब नदी का पुल पैदल पार करते हुए पहुंची तो मंदिर प्रशासन और भक्तों ने पगड़ी-उपरना पहनाकर स्वागत किया. इससे पहले बीजेपी सांसद अर्जुनलाल मीणा, विधायक गोपीचंद, अमृतलाल मीणा और डूंगरपुर जिला अध्यक्ष प्रभु पंड्या ने भी उनका स्वागत किया. 

यहां हरी मंदिर में पूजा की और मेले में एक आदिवासी महिला के आग्रह पर तीर-कमान भी चलाया. उन्होंने कहा कि कोई लक्ष्य मनुष्य के साहस से बड़ा नहीं. इस दौरान अपने कार्यकाल में निर्मित संत मावजी महाराज का पेनोरमा भी देखा. पूर्व सीएम ने कहा कि उन्होंने वागड़ सहित प्रदेश के हर क्षेत्र का विकास करने का प्रयास किया.

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उन्होंने कहा कि मावजी महान संत ही नहीं विश्व के सर्वश्रेष्ठ भविष्यवक्ता थे. चौपड़ों में लिखी जिनकी हरेक भविष्यवाणी आज सच हो रही है. मावजी ने कोरोना जैसी महामारी के लिए 300 साल पहले ही अपने चौपड़ें में लिख दिया था कि पृथ्वी पर ऐसे भयंकर प्रकोप होंगे और जिससे नगर-बाजार सब वीरान और सुनसान हो जाएंगे. इस मौके पर बेणेश्वर धाम के पीठाधीश्वर महंत अच्युतानंद महाराज ने राजे को आशीर्वाद दिया और कहा कि ईश्वर से कामना है कि वे पुन आए और राजस्थान की सेवा करे.

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