चाइल्ड पोर्नोग्राफी देखना युवक को पड़ा महंगा, NCRB की रिपोर्ट पर पुलिस ने किया गिरफ्तार
Rajasthan: बाड़मेर समेत कई जिलों में चाइल्ड पोर्नोग्राफी के मामले लगातार बढ़ते जा रहे है. पिछले 20 दिनों में बाड़मेर पुलिस में चाइल्ड पोर्नोग्राफी के मामले में लगातार 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. जो अपने मोबाइल पर गूगल की मदद से चाइल्ड पोर्नोग्राफी देखने का शौक रखते थे. घटना बाड़मेर शहर के कोतवाली थाना […]
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Rajasthan: बाड़मेर समेत कई जिलों में चाइल्ड पोर्नोग्राफी के मामले लगातार बढ़ते जा रहे है. पिछले 20 दिनों में बाड़मेर पुलिस में चाइल्ड पोर्नोग्राफी के मामले में लगातार 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. जो अपने मोबाइल पर गूगल की मदद से चाइल्ड पोर्नोग्राफी देखने का शौक रखते थे. घटना बाड़मेर शहर के कोतवाली थाना क्षेत्र की है.
दरसअल, बाड़मेर शहर के रॉय कॉलोनी बेरियों का वास निवासी युवक काफी समय से अपने मोबाइल पर चाइल्ड पोर्नोग्राफी सर्च कर बच्चों के अश्लील वीडियो देखा करता था. जब एनसीआरबी की पकड़ में आया तो एनसीआरबी की रिपोर्ट पर बाड़मेर की कोतवाली पुलिस ने मामला दर्ज करवाया. पुलिस ने दर्ज मामले में कार्रवाई करते हुए अब राय कॉलोनी निवासी भवानी पुत्र हनुमान को गिरफ्तार कर लिया है.
चाइल्ड पोर्नग्राफी देखने के साथ डाउनलोड भी करता था
शहर कोतवाल गंगाराम खावा के मुताबिक चाइल्ड पोर्न देखना, सर्च करना, डाउनलोड करना और शेयर करना अपराध की श्रेणी में आता है. राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) लगातार ऐसे लोगों पर निगरानी रख रही है. बाड़मेर शहर के राय कॉलोनी निवासी एक युवक भवानी पुत्र हनुमान के खिलाफ एनसीआरबी की रिपोर्ट पर मामला दर्ज किया गया था. पुलिस ने आरोपी युवक को गिरफ्तार कर पूछताछ शुरू कर दी है. आरोपी अपने मोबाइल पर इंटरनेट की मदद से बच्चों के अश्लील वीडियो देखता और डाउनलोड भी करता था.
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पिछले साल भर में चाइल्ड पोर्नोग्राफी के 20 मामले दर्ज
बाड़मेर जिले में पिछले वर्ष (2022) भर में चाइल्ड पोर्नोग्राफी के 20 मामले दर्ज हुए है. अब तक 15 मामलों में पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ न्यायालय में चालान पेश कर दिए है. वहीं पिछले 20 दिनों में बाड़मेर पुलिस ने चाइल्ड पोर्नोग्राफी के 2 अलग-अलग मामलों में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है.
कैसे बनता है केस
अगर आप चाइल्ड पोर्नोग्राफी को सर्च करते हैं, देखते हैं, बच्चों के अश्लील वीडियो डाउनलोड करते हैं या किसी प्लेटफॉर्म पर शेयर करते है तो यह आपके लिए घातक हो सकता है. राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) ऐसे लोगों पर लगातार निगरानी रख रहा है. एनसीआरबी नई दिल्ली ऐसे लोगों को चिन्हित कर साइबर टिपलाइन रिपोर्ट करता है और उसकी जांच कर राजस्थान एटीएस को प्रकरण भेजा जाता है. एटीएस के अधिकारी संबंधित एसपी को आरोपी के संबंध में रिपोर्ट भेजते है और फिर एसपी के जरिए आरोपी द्वारा किए गए अपराध की रिपोर्ट संबंधित थाने में दर्ज करवाई जाती है. फिर पुलिस आरोपी को गिरफ्तार कर जेल तक पहुंचा देती है.
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एनसीआरबी पुलिस को वीडियो भी करवाती है उपलब्ध
चाइल्ड पोर्नोग्राफी के केस से बचना है तो चाइल्ड पोर्न देखना बंद कर दें. यहीं इसका तोड़ है. क्योंकि आपने अपने मोबाइल में क्या सर्च किया और क्या देखा. इसकी समस्त रिपोर्ट एनसीआरबी के पास है और एनसीआरबी तमाम सबूत और वीडियो भी पुलिस को उपलब्ध करवाती है. ऐसे में चाइल्ड पोर्न सर्च करने, देखने, डाउनलोड करने और शेयर करने वाले लोग अब एनसीआरबी से बच नहीं सकते. ऐसे मामलो में ज्यादातर पुलिस आरोपी के खिलाफ चालान ही पेश करती है और आरोपी का जेल जाना निश्चित है. शहर कोतवाल गंगाराम खावा ने बताया कि चाइल्ड पोर्नोग्राफी देखने के मामले में पुलिस ने भवानी नामक युवक को गिरफ्तार किया है. एनसीआरबी की रिपोर्ट पर पुलिस ने कार्रवाई की है.
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